Hina Rabbani Khar On India: 'इंडिया वेर्स्टन देशों का डार्लिंग...', हिना रब्बानी ने भारत को लेकर उगला जहर
Pakistan: पाकिस्तान की उप विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने एक कार्यक्रम के दौरान चीन की तारीफ की तो वहीं भारत के खिलाफ जहर उगला है.
Hina Rabbani Khar On India: पाकिस्तान की उप विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने वेर्स्टन देशों के साथ भारत के बढ़ते संबंधों के बारे में टिप्पणी की है. उन्होंने भारत पर अपने पड़ोसी देशों के प्रति युद्ध वाला रवैया रखने का आरोप लगाया. इस्लामाबाद में मंगलवार (1 अगस्त) को पाकिस्तान गवर्नेंस फोरम 2023 में बोलते हुए मंत्री हिना रब्बानी खार ने भारत को वेर्स्टन देशों का डार्लिंग बताया.
पाकिस्तानी मंत्री हिना रब्बानी खार के भारत को लेकर दिए गए बयान पर कई लोगों ने आपत्ति भी दर्ज कराई है. हिना रब्बानी खार ने कहा कि भारत ने वेर्स्टन देशों का प्रिय बनने का फैसला किया है, लेकिन साथ ही वो अपने क्षेत्र के देशों के प्रति बहुत आक्रामक है.
'भारत कुछ देशों के प्रति बहुत आक्रामक'
भारत के खिलाफ पाकिस्तान गवर्नेंस फोरम 2023 में हिना रब्बानी ने कहा कि ये एक ऐसा देश है, जो कुछ देशों के लिए बहुत खुला रहता है लेकिन कुछ लोगों और अपने क्षेत्र के कुछ देशों के प्रति बहुत आक्रामक है.
#WATCH: Pakistan Deputy FM Hina Rabbani Khar calls India "darling of the West" and accuses India of being "very very close-minded" to some of its own people and to some countries. #Pakistan #HinaRabbaniKhar pic.twitter.com/IgB9iAhGaf
— Statecraft (@statecraftdaily) August 1, 2023
इशारों इशारों में हिना रब्बानी ने वेर्स्टन कंट्रीज के रूप में अमेरिका के साथ भारत की बढ़ती नजदीकी को लेकर ये टिप्पणी की. जबकि क्षेत्र के देशों के लिए पाकिस्तान और चीन के साथ कड़वे संबंधों की ओर इशारा कर रही. हिना रब्बानी ने एक महीने पहले भी भारत के खिलाफ बयानबाजी कर चुकी हैं. वो आए दिन अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बनी रहती हैं.
चीन की तारीफ में क्या बोलीं हिना रब्बानी?
पाकिस्तान की उप विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने कार्यक्रम के दौरान ड्रैगन की तारीफ की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान काफी अच्छा कर रहा है. हमारे रिश्ते चीन के साथ काफी बेहतर हैं. हमारे आर्थिक संबंध भी मजबूत है. वहीं भारत आक्रामक रवैया अपनाए हुए है. वो पूरब के देशों के लिए युद्ध वाला नजरिया रखता है.
आपको बता दें कि सीमा पार से लगातार हो रहे आतंकी हमलों के कारण पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान के साथ भारत के संबंधों में गिरावट आई है. भारत ने दृढ़तापूर्वक कहा है कि पाकिस्तान के साथ बातचीत तभी संभव होगी जब वह अपने क्षेत्र में आतंकवादियों को शरण देना बंद कर देगा. दूसरी ओर, भारत और चीन के संबंध सीमा संघर्ष और राजनीतिक और आर्थिक क्षेत्रों में बढ़ती प्रतिद्वंद्विता के कारण खराब हो गए हैं.
ये भी पढ़ें:Indian American Engineer: US में BHU से पढ़े भारतीय को नौकरी से निकाला! कारण जान चौंक पड़ेंगे आप