(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Pakistan: 'पूर्व ISI प्रमुख TTP आतंकियों को वापस पाकिस्तान लाना चाहते थे', मंत्री रियाज पीरजादा का खुलासा
Pakistan Minister On TTP: पाकिस्तान के मंत्री रियाज पीरजादा (Riaz Pirzada) ने दावा किया कि बंद कमरे में निजी बैठक की गई थी, जिसमें पाकिस्तान में टीटीपी आतंकियों को फिर से बसाने का प्रस्ताव रखा गया था
Pakistani Minister On Former ISI Chief: पाकिस्तान के एक मंत्री ने आईएसआई के पूर्व प्रमुख को लेकर बड़ा बयान दिया है. पाकिस्तानी मंत्री रियाज पीरजादा ने रविवार (19 फरवरी) को कहा कि आईएसआई के पूर्व मुखिया लेफ्टिनेट जनरल फैज हमीद (Faiz Hameed) प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के सदस्यों को देश में वापस लाने के लिए विचार कर रहे थे, लेकिन उनकी योजना पूरी तरह से विफल हो गई.
पाकिस्तान के संघीय मानवाधिकार मंत्री रियाज पीरजादा (Riaz Pirzada) ने डॉन न्यूज के कार्यक्रम के दौरान आईएसआई के पूर्व चीफ को लेकर ये खुलासा किया.
पाकिस्तानी मंत्री का पूर्व ISI चीफ पर हमला
पाकिस्तान के मंत्री रियाज पीरजादा ने कहा कि आईएसआई के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद प्रतिबंधित संगठन टीटीपी के सदस्यों को देश में वापस लाने की फिराक थे. मंत्री रियाज पीरजादा ने दावा किया कि इसे लेकर बंद कमरे में एक प्राइवेट मीटिंग भी आयोजित की गई थी, जिसमें सेना के जनरलों ने पाकिस्तान में टीटीपी सदस्यों के फिर से बसाने का प्रस्ताव रखा था.
'टीटीपी आतंकियों को वापस लाना चाहते थे फैज'
डॉन अखबार ने पाकिस्तानी मंत्री के हवाले से कहा कि उस समय जनरल फैज ने सुझाव दिया था कि टीटीपी को मुख्यधारा में लाया जाना चाहिए, लेकिन इसका उल्टा असर हुआ. हालांकि शहबाज शरीफ, बिलावल भुट्टो जरदारी ने इस पर बात की और कहा कि बेनजीर भुट्टो साहिबा समेत कई बड़े नेताओं की टीटीपी ने हत्या कर दी.
इमरान के सहयोगी और पूर्व मंत्री ने क्या कहा?
दिलचस्प बात यह है कि पीरजादा ने ये टिप्पणी पहले के इमरान खान सरकार में पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी की ओर एक बयान देने के बाद की. शिरीन मजारी ने कहा था कि पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा देश में टीटीपी के परिवार के सदस्यों को फिर से बसाना चाहते हैं. मजारी ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने मांग की है कि पहले एक आम सहमति बननी चाहिए और फिर टीटीपी के साथ बातचीत शुरू की जानी चाहिए.
पाकिस्तान में नेताओं के आरोप-प्रत्यारोप
डॉन की रिपोर्ट में कहा गया है कि शहबाज शरीफ सरकार ने जोर देकर कहा कि टीटीपी के साथ बातचीत करने की इमरान खान सरकार की योजना दोषपूर्ण थी और संसद ने इसका कभी सपोर्ट नहीं किया. पाकिस्तान के राजनेताओं के दावों और आरोपों की झड़ी ऐसे वक्त में आई है, जब देश भर में आतंकवादी गतिविधियों में इजाफा हुआ है.
टीटीपी ने पिछले साल तोड़ा था समझौता
पिछले साल नवंबर में, टीटीपी ने जून 2022 में सरकार के साथ हुए अनिश्चितकालीन संघर्ष विराम को वापस ले लिया था और अपने आतंकवादियों को सुरक्षा बलों पर हमले करने का आदेश दिया था. इसके बाद से टीटीपी के आतंकी लगातार हमले की घटना को अंजाम दे रहे हैं.
ये भी पढ़ें: