नई दिल्ली: कल तक युद्ध, एटम बम और मिसाइल की धमकियां दे रहे पाकिस्तान ने अब बातचीत की मेज पर आने की बात कही है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि हम द्विपक्षीय मुद्दों पर भारत से बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन भारत में पाकिस्तान से बातचीत करने के लिए माहौल नहीं है. उन्होंने कहा कि युद्ध कोई विकल्प नहीं है.
कुरैशी का बयान ऐसे समय में आया है जब हाल के दिनों में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीयकरण करने की कोशिश की और जब इसमें विफल रहे तो उन्होंने भारत के साथ परमाणु युद्ध तक की धमकी दी.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बीबीसी उर्दू को दिए इंटरव्यू में कहा, ''पाकिस्तान ने कभी भी आक्रामक नीति का पालन नहीं किया और हमेशा शांति को तरजीह दी.'' 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले और उसके बाद भारतीय सेना की बालाकोट में कार्रवाई के समय से ही भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में काफी तनाव है.
तनाव और अधिक तब बढ़ गया जब कश्मीर को लेकर मोदी सरकार ने दो बड़े फैसले लिए. पहला सूबे से अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया और दूसरा जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांट दिया.
भारत पाकिस्तान के बीच में पठानकोट आतंकी हमले के बाद से बातचीत पूरी तरह से बंद है. भारत का कहना है कि आतंकवाद के साथ-साथ बातचीत के मेज पर नहीं आ सकते हैं.
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