पाकिस्तान के गृह मंत्री बोले- इमरान के खिलाफ जमा हो गए हैं कुछ लुटेरे, हम नहीं छोड़ेंगे पीएम का साथ
पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद ने कहा है कि वह राजनीति से संन्यास लेना चाहते थे लेकिन उनकी अंतरात्मा ने उन्हें इमरान खान को अकेला छोड़ने से रोका है.
पाकिस्तान में सियासी उथल-पुथल के बीच पीएम इमरान खान की कुर्सी का बचना अब मुश्किल ही लग रहा है. इस बीच पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा है कि कुछ लुटेरे पीएम इमरान के खिलाफ जमा होकर साजिश रच रहे हैं. उन्होंने कहा कि रविवार का दिन पाकिस्तान की राजनीति के लिए काफी अहम दिन है. रविवार के बाद राजनीति में रहने के बारे में वो नहीं जानते हैं. रविवार के बाद सियासत में रहने के बारे में अभी फैसला नहीं किया है.
शेख रशीद ने वकार-उन-निसा कॉलेज फॉर विमेन को यूनिवर्सिटी के रूप में पदोन्नत करने के लिए एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि वह राजनीति से संन्यास लेना चाहते थे लेकिन उनकी अंतरात्मा ने उन्हें प्रधानमंत्री इमरान खान को अकेला छोड़ने से रोका है.
पाकिस्तान के गृहमंत्री का विपक्ष पर जोरदार हमला
पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद ने पाकिस्तान के जिम्मेदार लोगों से आगे आने और हज के बाद चुनाव कराने के लिए कहा है. गृह मंत्री ने कहा कि पीएम खान के खिलाफ कुछ डकैत और चोर जमा हो गए हैं लेकिन मैं मुश्किल समय में एक सच्चे साथी की तरह इमरान खान के साथ मजबूती से खड़ा हूं. रावलपिंडी शहर को न देशद्रोही पसंद है और न ही ज़मीर बेचने वाले लोग. उन्होंने ये स्वीकार किया कि शुगर माफिया और घी कालाबाजारी के लोगों का केंद्रीय मंत्रिमंडल में प्रभाव है.
मुश्किल समय में इमरान के साथ मजबूती से खड़े हैं- शेख रशीद
शेख रशीद ने आगे कहा कि उनकी अंतरात्मा उन्हें मुश्किल समय में इमरान खान को छोड़ने नहीं देगी. पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भले ही सफल हो जाए लेकिन इस हार को कोई स्वीकार नहीं करेगा. रशीद ने देश के जिम्मेदार लोगों से हज के बाद निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव की घोषणा करने की अपील की.
इससे पहले, शेख रशीद ने सुझाव दिया था कि प्रधानमंत्री इमरान खान को जुलाई के महीने में हज 2022 के बाद एक अच्छा बजट और चुनाव के आयोजन की शुरुआत करनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि पीएम इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार को गिराने के लिए विदेशी फंडिंग की गई.
ये भी पढ़ें:
Ukraine Russia War: जंग के बाद से पुतिन की लोकप्रियता बढ़ी या घटी? चौंका देंगे पोल के ये आंकड़े