China In Pakistan: चीन और पाकिस्तान के बीच शुरू हुए पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) प्रोजेक्ट्स को पाक के लिए एक फायदेमंद माना जा रहा था. ये प्रोजेक्ट्स साल 2015 में शुरू किया गया था, लेकिन ये डील पाकिस्तान के लिए घाटे का सौदा साबित हो रही है. इसकी वजह से चीन अवैध फायदे उठा रहा है और इस पर पाकिस्तान चुप्पी साधे हुए है.


इस प्रोजेक्ट के एहसान तले चीनी लोग आराम से पाकिस्तान आते हैं और देश की लड़कियों को चीन ले जाते हैं. इस तरह चीनी लोग पाकिस्तान से ह्यूमन ट्रैफिकिंग कर रहे हैं. पहली बार इंटरनेशनल मीडिया के हवाले से 2019 में एक रिपोर्ट आई थी, जिसमें खुलासा किया गया था कि चीनी लोग पाकिस्तान में आकर दूसरे धर्म की माइनॉरिटी लड़की से शादी करते है और उन्हें वापस अपने देश ले जाते हैं.


शादी के बहाने ह्यूमन ट्रैफिकिंग


दुनिया के कई विशेषज्ञों का कहना है कि चीन के लोग शादी के बहाने ह्यूमन ट्रैफिकिंग कर रहे हैं. ये इसलिए भी आसान माना जा रहा है, क्योंकि पाकिस्तान को अरबों डॉलर का कर्ज चीन को चुकाना है. इस तरह की चीजों में पाकिस्तान भी खुल कर चीन की मदद कर रहा है. कई रिपोर्ट में ये भी खुलासा हुआ है कि चीनी लोग नकली बिजनेस डॉक्यूमेंट लेकर पाकिस्तान आते है और झूठी शादी करके लड़कियों को चीन ले जाते हैं. लड़कियों से शादी करने के एवज में 3500 हजार डॉलर से 5000 डॉलर तक भी देते हैं.


माइनॉरिटी लड़की को बनाते है शिकार


पाकिस्तान में शरीया कानून की वजह से चीनी लोग मुस्लिम लड़कियों से शादी नहीं कर सकते. इसकी वजह से वो दूसरे धर्म की लड़की से शादी करते हैं. एक एक्टिविस्ट के ग ने एक रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि देश के पंजाब प्रांत में स्थित गुजरांवाला में 750 से 1000 की संख्या में माइनॉरिटी लड़कियों को ह्यूमन ट्रैफिकिंग के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. उनको चीनी लैंग्वेज समझ में न आने कि वजह से वो कुछ बोल नहीं पाती है. ह्यूमन ट्रैफिकिंग वाले चीन में लड़कियों को ले जाकर उस तरह के गांव में बेच आते है, जहां बच्चों के बर्थ लेवल में कमी दर्ज की जाती है.


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