पाकिस्तान की इमरान खान की सरकार ने नेशनल असेंबली में विश्वास मत खो दिया है. अब इसके बाद पाकिस्तान की नेशनल असेंबली 11 अप्रैल (सोमवार) को नए प्रधानमंत्री का चुनाव करने के लिए मतदान करेगी. बता दें कि पाकिस्तान नेशनल असेंबली में इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर शनिवार की आधी रात के बाद मतदान हुआ, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद इमरान खान देश के इतिहास में ऐसे पहले प्रधानमंत्री बन गये, जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव के जरिये हटाया गया है.
मतदान के नतीजे में संयुक्त विपक्ष को 342-सदस्यीय नेशनल असेंबली में 174 सदस्यों का समर्थन मिला, जो प्रधानमंत्री को अपदस्थ करने के लिए आवश्यक बहुमत 172 से अधिक रहा. गौरतलब है कि मतदान के समय 69 वर्षीय इमरान खान निचले सदन में उपस्थित नहीं थे और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सांसदों ने भी बर्हिगमन किया. हालांकि, पीटीआई के बागी सदस्य सदन में उपस्थित रहे.
कौन होगा नया प्रधानमंत्री?
संयुक्त विपक्ष ने पहले ही ऐलान किया था कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के अध्यक्ष शहबाज शरीफ उनके संयुक्त उम्मीदवार होंगे. ऐसे में शहजाब शरीफ सोमवार को देश के नये प्रधानमंत्री चुने जा सकते हैं. इसी बीच, शहबाज ने संकल्प जताया कि नयी सरकार प्रतिशोध की राजनीति में शामिल नहीं होगी.
शहबाज ने कहा, ''मैं अतीत की कड़वाहट में वापस नहीं जाना चाहता. हमें इसे भूलकर आगे बढ़ना होगा. हम कोई बदले की कार्रवाई या अन्याय नहीं करेंगे. हम बिना वजह किसी को जेल नहीं भेजेंगे.''
'नया पाकिस्तान' का था वादा
गौरतलब है कि क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान 2018 में 'नया पाकिस्तान' बनाने के वादे के साथ सत्ता में आये थे. हालांकि, वह वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रण में रखने की बुनियादी समस्या को दूर करने में बुरी तरह विफल रहे. वह महंगाई नियंत्रण में नहीं कर सके. अब उन्हें उनका कार्यकाल पूरा होने से पहले ही पद से हटा दिया गया है. नेशनल असेंबली का वर्तमान कार्यकाल अगस्त, 2023 में समाप्त होना था.