पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत के साथ व्यापारिक रिश्ते शुरू करने पर महत्वपूर्ण बैठक की. बैठक के बाद पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ ने कहा संबंधों में सुधार की शर्त को जम्मू कश्मीर से जोड़ दिया. उन्होंने कहा कि भारत के साथ कोई ट्रेड तब तक नहीं होगी जब तक भारत कश्मीर में अनुच्छेद 370 पर अपना फैसला वापस नहीं लेता है.
पाकिस्तान सरकार ने लिया यू-टर्न
इससे पहले, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत से कपास और चीनी के आयात के मुद्दे पर अपने कैबिनेट के अहम सदस्यों के साथ विचार-विमर्श के बाद फैसला किया है कि मौजूदा हालात में पड़ोसी देश के साथ किसी भी तरह के कारोबार को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है. मीडिया में शनिवार को आयी खबर में इस बारे में बताया गया.
‘डॉन’ अखबार ने सूत्रों के हवाले से बताया कि प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को विचार-विमर्श के बाद वाणिज्य मंत्रालय और अपनी वित्तीय टीम को वैकल्पिक सस्ते स्रोत और जरूरी वस्तुओं का आयात कर संबंधित सेक्टर, कपड़ा एवं चीनी उद्योगों को मदद के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया.
पाक सरकार ने ईसीसी के फैसले को पलटा
खबर के अनुसार आर्थिक समन्वय समिति (ईसीसी) के समक्ष कई प्रस्ताव पेश किये गये हैं, जो आर्थिक एवं वाणिज्यिक दृष्टिकोण से इन सुझावों पर विचार करता है. ईसीसी से विचार-विमर्श के बाद इसके फैसलों को मंजूरी और अंतिम निर्णय के लिए कैबिनेट में पेश किया गया.
खबर में कहा गया है कि मौजूदा मामले में ईसीसी ने घरेलू जरूरतों को देखते हुए भारत से कपास और चीनी के आयात के लिए स्वीकृति दी थी. ईसीसी के फैसले के मद्देनजर खान ने शुक्रवार को अपनी कैबिनेट के अहम सदस्यों के साथ बैठक की और यह फैसला किया कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर भारत के साथ तनाव के कारण मौजूदा हालात में पड़ोसी देश के साथ किसी भी कारोबार को आगे नहीं बढ़ा सकता है.
भारत ने कहा- एक साथ नहीं चल सकते आतंकवाद और बातचीत
भारत ने कहा है कि वह आतंकवाद, शत्रुता और हिंसा से मुक्त माहौल में पाकिस्तान के साथ संबंध सामान्य करने को इच्छुक है और यह पाकिस्तान पर है कि वह आतंकवाद, शत्रुता और हिंसा से मुक्त माहौल बनाये. भारत ने यह भी कहा कि ‘‘आतंकवाद और बातचीत’’ दोनों एकसाथ नहीं चल सकते और पाकिस्तान से भारत पर कई हमलों के लिए जिम्मेदार आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कदम उठाने को कहा.
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