Pakistan Neelum Jhelum Project : पाकिस्तान में बिजली संकट, नीलम-झेलम प्रॉजेक्ट बंद, लोग कह रहे मौत का कुआं?
Pakistan Neelum Jhelum Project : पाकिस्तान की वॉटर एंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी ने इसकी आधिकारिक घोषणा की है
![Pakistan Neelum Jhelum Project : पाकिस्तान में बिजली संकट, नीलम-झेलम प्रॉजेक्ट बंद, लोग कह रहे मौत का कुआं? Pakistan neelum jhelum project power crisis in Pakistan PoK Neelum Jhelum project closed Pakistan Neelum Jhelum Project : पाकिस्तान में बिजली संकट, नीलम-झेलम प्रॉजेक्ट बंद, लोग कह रहे मौत का कुआं?](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/05/03/4b84bcd20251159161be4ab62a7cc24917147243318041003_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Pakistan Neelum jhelum project : पाकिस्तान में फिर से बिजली संकट गहराने वाला है, क्योंकि पीओके में बन रहे नीलम झेलम हाइड्रोपावर प्रॉजेक्ट को फिलहाल बंद कर दिया गया. यह प्रॉजेक्ट 500 अरब रुपये में तैयार हो रहा है. पाकिस्तान की वॉटर एंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी ने इसकी आधिकारिक घोषणा की है. इससे पहले भी 2022 में एक बार इसका काम रोक दिया गया था. इस बांध में कई सारी सुरंगे हैं. स्थानीय लोग भी इसका विरोध कर चुके हैं. इस प्रॉजेक्ट से पाकिस्तान में बड़ी मात्रा में बिजली मिलती है. प्रॉजेक्ट रुकने से पाकिस्तान में बिजली संकट गहरा सकता है. लोगों का कहना है कि इस प्रॉजेक्ट में कई दरारें हैं, ये किसी मौत के कुएं से कम नहीं है. पहले जब टनल को रिपेयर किया गया था तो इसमें 6 अरब की लागत आई थी. पाकिस्तान को 37 अरब रुपये की बिजली का नुकसान उठाना पड़ा था. वॉटर एंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी ने इसको लेकर 43 अरब का इंश्योरेंस क्लेम किया था.
पाकिस्तानी अखबार ने किया दावा
पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक, अब इस प्रॉजेक्ट में आई खामी को दूर करने के लिए एक्सपर्ट से सलाह ली जाएगी. रिपोर्ट के अनुसार, 2 अप्रैल को एक सुरंग के पानी में बदलाव देखा गया था. 6 अप्रैल को 530 मेगावॉट का प्लांट बंद कर दिया गया था. इसके बाद 29 अप्रैल तक इसे सीमित कैपिसिटी के साथ चलाया गया. खतरे को देखते हुए एक मई को सुबह प्लांट बंद कर दिया गया. चर्चा है कि 48 किलोमीटर लंबी इस सुरंग से पानी निकाला जाएगा. इसके बाद टनल और पूरे प्रॉजेक्ट की जांच की जाएगी. बता दें कि प्रॉजेक्ट का 90 प्रतिशत हिस्सा अंडरग्राउंड है.
2022 में प्रॉजेक्ट हुआ था बंद
इससे पहले भी पाकिस्तान में इस प्रॉजेक्ट को जुलाई 2022 में बड़ी दरारें आने पर बंद किया था. इसकी रिपेयरिंग में 13 महीने लगे थे. 28 मार्च को ही इसकी कैपिसिटी 969 मेगावॉट पहुंची थी. 2 अप्रैल को फिर से दिक्कत आ गई. रिपोर्ट में कहा गया कि पूरी क्षमता से चलने के बाद सुरंग में क्रैक दिखने लगे.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)