Attari-Wagah Border: पाकिस्तान ने अटारी (भारत) और वाघा (पाकिस्तान) में संयुक्त चेक पोस्ट पर झंडा उतारने के समारोह स्थल पर हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के दिवंगत कश्मीरी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की एक बड़ी तस्वीर लगाई है. सीमा पर सैयद अली शाह गिलानी की तस्वीर का प्रदर्शन ऐसे समय में किया गया है, जब हाल ही में आतंकवाद की घटनाओं में वृद्धि और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों का एलान किया गया है. 


टाइम्स ऑफ इंडिया ने भारत-पाकिस्तान भू-राजनीति विशेषज्ञ रविंदर सिंह के हवाले से अपनी रिपोर्ट में इसे 'भारत को लक्षित करके जानबूझकर किया गया उकसावा कहा है.' गिलानी कश्मीरी अलगाववादी आंदोलन में एक प्रमुख और बेहद विवादित व्यक्ति थे. 'अंतरराष्ट्रीय सीमा पर उनकी तस्वीर प्रदर्शित करना, तनाव पैदा करने और भारत की तरफ से प्रतिक्रिया लेने के उद्देश्य से किया जा सकता है.' 


जनता का ध्यान भटकाना चाह रहा पाकिस्तान
बार्डर पर गिलानी का फोटो लगाकर पाकिस्तान शायद अपने देश के लोगों का ध्यान भटकाना चाह रहा होगा, क्योंकि मौजूदा समय में पाकिस्तान की माली हालत की वजह से महंगाई चरम पर है. पाकिस्तान में लोग बिजली के बिल से काफी परेशान हैं. रविंदर सिंह ने कहा, कश्मीर मुद्दा उठाकर शायद पाकिस्तान देश में राष्ट्रीय भावना को तेज करना चाह रहा हो. मौजूदा समय में पाकिस्तान के अंदर कई जगहों पर सरकार विरोधी प्रदर्शन चल रहे हैं, ऐसे में सीमा पर गिलानी का फोटो लगाना पाकिस्तान की एक चाल हो सकती है.  


बीएसएफ ने बताया पाकिस्तान का भड़काऊ कदम
बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान का यह भड़काऊ काम कश्मीर मुद्दे को उजागर करने का प्रयास है. हालांकि, बीएसएफ और पाकिस्तानी रेंजर्स रोजाना झंडा उतारने के दौरान अपने देशों का जश्न मना रहे हैं. सीमा पर किसी तरह का तनाव नहीं है. लेकिन यह तस्वीर आने-जाने वालों लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही है. 


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