पड़ोसी देश पाकिस्तान इस समय राजनीतिक संकट से जूझ रहा है. पाकिस्तान के विपक्षी दल और सरकार के बागी सांसद पाकिस्तान की संसद नेशनल असेंबली में इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने का अनुरोध किया है हालांकि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली का महत्वपूर्ण सत्र प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किये बिना ही स्थगित कर दिया गया है.
इस दौरान विपक्षी सांसदों ने उनके खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया है. जहां विपक्ष का लॉन्ग मार्च 27 मार्च को राजधानी इस्लामाबाद में दाखिल होगा. इस मार्च के जवाब में इमरान ने इस्लामाबाद में अपने समर्थक जुटाने शुरू कर दिये हैं. इस क्रम में जहां विपक्ष सड़कों पर मार्च निकाल रहा है तो पाकिस्तानी संसद में विपक्ष इमरान सरकार को अल्पमत में दिखाने की पूरी तैयारी कर चुका है.
इमरान ने स्थगित किया संसद का सत्र
नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सांसद खयाल जमां के निधन के चलते सत्र को 28 मार्च शाम चार बजे तक के लिये स्थगित किया जाता है. पाकिस्तान की संसदीय परंपराओं के अनुसार किसी सांसद के निधन के बाद सदन की पहली बैठक में दिवंगत आत्मा के लिए केवल प्रार्थना की जाती है और साथी सदस्य श्रद्धांजलि देते हैं.
नेशनल असेंबली में नेता प्रतिपक्ष शाहबाज शरीफ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी और सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी समेत कई प्रभावशाली विपक्षी सांसद बहुप्रतीक्षित सत्र में भाग लेने के लिये शुक्रवार को संसद में मौजूद थे. विपक्षी नेताओं ने सत्र स्थगित करने को लेकर विरोध प्रकट किया.
इमरान सरकार के खिलाफ दिया गया है अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस
उल्लेखनीय है कि आठ मार्च को विपक्षी पार्टियों द्वारा नेशनल असेंबली के सचिवालय में इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया गया था, जिसके बाद से देश में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल है. विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि खान नीत पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की सरकार देश में आर्थिक संकट और बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है.