इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया है कि सत्ता प्रतिष्ठान के लोग उन्हें फोन कर रहे हैं लेकिन उन्होंने उनके नंबर ‘ब्लॉक’ कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि वह आम चुनाव की घोषणा होने तक उनसे बात नहीं करना चाहते हैं. इमरान ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि ‘‘इन अपराधियों को सत्ता में रहने देने की तुलना में पाकिस्तान पर परमाणु बम गिरा देना कहीं ज्यादा बेहतर है.’’
उल्लेखनीय है कि इमरान को संसद में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए पद से हटाया गया था. इसके साथ ही वह पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं जिन्हें संसद में अविश्वास मत के जरिए हटाया गया है. खान ने लोगों से संघीय राजधानी (इस्लामाबाद) के लिए ‘‘ऐतिहासिक मार्च’’करने के वास्ते तैयार रहने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि ‘‘ जब लोग सड़कों पर उतरेंगे तो कई विकल्प खुल जाएंगे.’’
‘उनके नंबर ब्लॉक कर दिए हैं’
पाकिस्तान के अखबार डॉन ने खान के हवाले से लिखा, ‘‘सत्ता प्रतिष्ठान से संदेश आ रहे हैं. लेकिन मैं किसी से तब तक बात नहीं करूंगा, जब तक आम चुनावों की घोषणा नहीं हो जाती.’’ खान ने कहा कि उन्होंने ‘‘उनके नंबर ब्लॉक कर दिए हैं.’’
इमरान खान ने लगाया विपक्ष पर आरोप
इमरान खान लगातार आरोप लगा रहे हैं कि अमेरिका ने विपक्ष के साथ मिलकर उनकी सरकार को पदच्युत करने के लिए षडयंत्र रचा. जियो न्यूज चैनल की खबर के अनुसार, खान ने लोगों से पूछा कि जिन्होंने ‘‘षडयंत्र’’ का समर्थन किया, क्या वे पाकिस्तान के भविष्य को लेकर चिंतित हैं? उन्होंने कहा, ‘‘इन अपराधियों को सत्ता में रहने देने की तुलना में पाकिस्तान पर परमाणु बम गिरा देना कहीं ज्यादा बेहतर है.’’
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