NSA Ultimatum To Amercia: अफगानिस्तान में बदली परिस्थिति से पाकिस्तान काफी खुश है. सरकार और सेना के लिए तालिबान का सत्ता में आना किसी जीत से कम नहीं. नए हालात में पाकिस्तान  (Pakistan) के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (National Security Advisor) का एक बयान काफी चर्चा में है. उन्होंने अमेरिकी अखबार ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ को एक टेलिफोनिक इंटरव्यू दिया है. जानकारों का कहना है कि ये अमेरिका को चेतावनी के तौर पर समझा जा सकता है. डॉक्टर मोईद ने कहा कि पाकिस्तान अब बिक्री के लिए नहीं है.


पाकिस्तान के NSA की अमेरिका को खरी- खरी


उन्होंने कहा, "पाकिस्तान अपने हितों की रक्षा के लिए खड़ा होगा. अब उसके अंदर व्यावहारिक रूप से अपने हितों की रक्षा करने की क्षमता है और ये भावनात्मक तौर पर नहीं है." मोईद ने आगे कहा कि कई बार इसकी आलोचना की जा चुकी है. लेकिन ये सच है कि पाकिस्तान अब किसी भई देश का बेस नहीं बनेगा. न ही आनेवाले समय में किसी दूसरे देश के एयरबेस की शक्ल में होगा. उन्होंने बताया कि पिछले 20 वर्षों से युद्ध चल रहा है जिसे जीता नहीं जा सका. कुछ लोग कुछ लोग चाहते थे कि पाकिस्तान इस युद्ध को उनके लिए जीते. लेकिन ये बहुत ही अवास्तविक लक्ष्य था क्योंकि कई बार इस तरह के फैसले पूर्व में लिए जा चुके हैं जिसमें जनता को शामिल नहीं किया गया.


पाक को बिक्री के लिए न समझे अमेरिका- NSA


अंत में इन फैसलों का खामियाजा खुद पाकिस्तान को भुगतना पड़ा. उन्होंने कहा, "ये एक मिसाल है जिसको प्रधानमंत्री इमरान खान हर देश के सामने पेश करना चाहते हैं, न सिर्फ अमेरिका के सामने. अगर कोई ऐसी परिस्थिति होती है जहां पाकिस्तान को अपने हित नजर नहीं आएंगे, हम उस स्थिति में आगे नहीं बढ़ेंगे." एक महीना पहले सीएनएन न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में इमरान खान ने अमेरिका के साथ संबंधों के मुद्दे पर बात की थी. उन्होंने कहा था कि अमेरिका के साथ रिश्ता बहुत खतरनाक हो गया है. दूसरे शब्दों में, पाकिस्तान, अमेरिका के लिए किराए पर लिया हुआ बंदूक हो चुका है. अमेरिका हमारे साथ आया क्योंकि उसे अफगानिस्तान में जंग जीतनी थी और ये हो नहीं सका. 


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