Paksitan's Nuclear Weapon: पाकिस्तान के इस वक्त जो हालात हैं, उसने उसे एक-एक पैसे के लिए मोहजात कर दिया है. आटा, चावल, दाल, तेल, कपड़ा से लेकर इंसान की रोजमर्रा की जरूरत की तमाम चीजों के दाम आसामना छू रहे हैं. ऐसे हालातों में भी पाकिस्तान अपनी कंगाली से उबरने के बजाय मिसाइलों पर जमकर खर्चा कर रहा है. इस बात के चर्चे अमेरिकी संसद तक में हो रहे हैं.
सोमवार (15 अप्रैल) को एक अमेरिकी खुफिया शीर्ष अधिकारी जेफरी क्रूस ने संसद को बताया कि पाकिस्तान ने पिछले साल अपने परमाणु हथियारों को अपग्रेड किया है. उनका कहना है कि इसकी वजह भारत है. भारत के साथ अपने विवादास्पद रिश्तों के चलते वह अपनी रक्षा प्रणाली को मजबूत करने में जुटा है.
पाकिस्तान परमाणु हथियारों पर कर रहा खर्च
परमाणु हथियारों की बात की जाए तो पाकिस्तान के पास अभी 170 वॉर हेड्स हैं, जिनकी संख्या अगले साल 200 तक पहुंच सकती है. अमेरिका के टॉप न्यूक्लियर साइंटिस्टों ने यह अनुमान लगाया है. पाकिस्तान जिस रफ्तार से अपनी परमाणु ताकत और न्यूक्लियर हथियारों को बढ़ा रहा है, उस स्पीड को देखते हुए उन्होंने यह अंदाजा लगाया है.
पाकिस्तान के पास अभी कितने परमाणु हथियार है?
पिछले साल न्यूज एजेंसी पीटीआई ने बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट में 11 सितंबर को छपे न्यूक्लियर नोटबुक कॉलम के हवाले से यह जानकारी दी थी. इसमें कहा गया, 'हमारा अंदाजा है कि पाकिस्तान के पास 170 के करीब परमाणु हथियार हैं. साल 1999 में अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने अनुमान लगाया था कि पाकिस्तान के पास साल 2020 तक 60 से 80 के बीच न्यूक्लियर वेपन होंगे, लेकिन उसके पास इससे ज्यादा हथियार मौजूद हैं, जो आने वाले सालों के लिए ज्यादा अनुमान की ओर इशारा करता है.'
एक साल में ही कितनी बढ़ जाएगी पाकिस्तान की परमाणु ताकत?
साइंटिस्टों ने कहा कि वर्तमान की रफ्तार को देखते हुए अंदाजा है कि 2025 तक पाकिस्तान के पास 200 वॉरहेड्स हो सकते हैं. हालांकि, इस अनुमानित आंकड़े का आकार कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है. जैसे, पाकिस्तान कितने परमाणु लॉन्चर तैनात करने की योजना बना रहा है, कैसे उसकी परमाणु रणनीति विकसित होती है और भारत अपने परमाणु शास्त्रागार को कितना बढ़ाता है. उन्होंने कहा कि अनुमान है कि पाकिस्तान हर साल 14 से 27 हथियार बनाने के लिए सामग्री का उत्पादन कर रहा है. हालांकि, हमारा अंदाजा है कि वह हर साल 5 से 10 हथियार ही बना रहा होगा.
किस आधार पर साइंटिस्टों ने लगाया अनुमान?
साइंटिस्टों ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को लेकर जो आंकड़े पेश किए हैं, वो अनिश्चित हैं क्योंकि न तो पाकिस्तान और न ही किसी और देश ने पाकिस्तानी शास्त्रागार को लेकर ज्यादा जानकारी दी है. पाकिस्तान के अंदर डेटा को लेकर भरोसेमंद सूत्रों की कमी को देखते हुए अमेरिकी साइंटिस्टों ने ओपन सोर्स से मिली जानकारी के आधार पर आने वाले समय में पाकिस्तान की परमाणु शक्ति को लेकर यह अनुमान लगाया है. न्यूक्लियर नोटबुक कॉलम ने सरकारी घोषणाओं, अवर्गीकृत दस्तावेजों, बजट की डिटेल्स, सैन्य प्रदर्शन के साथ मीडिया रिपोर्ट्स और थिंक टैंक आकलन को अपने विश्लेषण में शामिल किया है.
न्यूक्लियर नोटबुक कॉलम साल 1987 से बुलेटिन ऑफ एटॉमिक साइंटिस्ट में लगातार छपता आ रहा है. यह फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट के न्यूक्लियर इंफोर्मेशम प्रोजेक्ट की टीम की ओर से तैयार किया जाता है.
पाकिस्तान के पास कौन-कौन से परमाणु हथियार हैं-
- अब्दली (HATF-2)
- गजनवी (HATF-3)
- शाहीन- I/A (HATF-4)
- Nasr (HATF-9)
- गौरी (HATF-5)
- शाहीन- II (HATF-6)
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