पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ विपक्षी दलों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. इसे लेकर पीएमएल-एन की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने कहा कि विपक्ष के वरिष्ठ सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज यानी मंगलवार को नेशनल असेंबली सचिवालय में प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया. राणा सनाउल्लाह, अयाज सादिक, शाजिया मारी और मरियम औरंगजेब सहित विपक्षी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के इस्लामाबाद में संसद भवन पहुंचने के बाद उनकी तरफ ये पुष्टि की गई. मरियम औरंगजेब ने कहा कि नेशनल असेंबली स्पीकर असद कैसर अपने दफ्तर में मौजूद नहीं थे, इसलिए सचिवालय के पास दस्तावेज जमा किया गया.
सत्र बुलाने का 3-7 दिनों के बीच का समय
पीपीपी नेता नवीद कमर ने कहा कि इसके लिए एक नेशनल असेंबली सत्र की आवश्यकता है, 100 से ज्यादा सांसदों के हस्ताक्षर थे. उन्होंने कहा कि नेशल एसेंबली के नियमों के अनुसार, अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए सत्र बुलाए जाने के लिए कम से कम 68 सांसदों के हस्ताक्षर आवश्यक हैं.
प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को पास कराने के विपक्ष को 172 नेशनल एसेंबली के सदस्यों के समर्थन की आवश्यकता है. प्रस्ताव दाखिल करने के बाद नेशनल असेंबली के स्पीकर के पास मतदान कराने के लिए सत्र बुलाने का तीन से सात दिनों के बीच का समय होता है.
प्रस्ताव को लेकर करेंगे संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस
इस बीच, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान, पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ और पीपीपी के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी एक अहम संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं, जिसमें सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बारे में फैसले की घोषणा की जाएगी. पीएमएल-एन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान में अविश्वास प्रस्ताव से पहले पीएम इमरान खान को कुर्सी छोड़ने का अल्टीमेटम दिया गया है. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने देश के प्रधानमंत्री इमरान खान को इस्तीफा देने या अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से बाहर होने के लिए तैयार रहने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है.
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