पाकिस्तानी मूल की महिला ने ISIS को बिटकॉइन के जरिए पैसों की मदद की
शहनाज को जुलाई 2017 में ज्वाइंट टेररिज्म टास्क फोर्स (जेटीटीएफ) द्वारा पाकिस्तान जाने के दौरान न्यूयॉर्क हवाईअड्डे से गिरफ्तार किया गया था. शहनाज की न्यूयॉर्क हवाईअड्डे से पाकिस्तान और फिर वहां से तुर्की के रास्ते सीरिया जाने की योजना थी.
न्यूयॉर्क: पाकिस्तानी मूल की एक अमेरिकी महिला ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) को चीन, पाकिस्तान और तुर्की की सीमाओं के जरिए पैसे भेजने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करने की बात एक संघीय अदालत में स्वीकार कर ली है. जूबिया शहनाज (27) ने सोमवार को न्यायधीश जोआना सेबर्ट के समक्ष न्यूयॉर्क की सेंट्रल इसलिप संघीय अदालत में यह बात स्वीकार कर ली.
कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने बताया कि महिला ने अमेरिका द्वारा आतंकवादी संगठन घोषित किए गए इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड अल-शाम (आईएसआईएस) को भेजने के लिए बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो मुद्राओं में परिवर्तित धन जुटाने के लिए क्रेडिट कार्ड और ऋण धोखाधड़ी का आरोप स्वीकार कर लिया है. शहनाज को 20 साल की जेल की सजा का सामना करना पड़ सकता है.
शहनाज को जुलाई 2017 में ज्वाइंट टेररिज्म टास्क फोर्स (जेटीटीएफ) द्वारा पाकिस्तान जाने के दौरान न्यूयॉर्क हवाईअड्डे से गिरफ्तार किया गया था. शहनाज की न्यूयॉर्क हवाईअड्डे से पाकिस्तान और फिर वहां से तुर्की के रास्ते सीरिया जाने की योजना थी. गृह सुरक्षा विभाग के प्रवक्ता टायलर हौल्टन के अनुसार, वह अमेरिकी नागरिकों के रिश्तेदार को दिए जाने वाले वीजा पर अमेरिका आई और बाद में अमेरिकी नागरिक बन गई.
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