संयुक्त अरब अमीरात ने भारत के पांच नागरिकों को जेल से रिहा कर दिया है. ये सभी नागरिक हत्या के मामले में जेल में बंद थे. इस घटना के बाद पाकिस्तान के लोग अपने नेताओं से खासे नराज हैं. कुछ पाकिस्तानी नागरिकों ने यूएई पर भी मतलबी होने के आरोप लगाए हैं. यूएई और भारत के संबंध लगातार गहरे हो रहे हैं. हाल ही में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएई में एक मंदिर का उद्घाटन किया था.
यूएई के अलावा भी मध्य एशिया के अन्य मुस्लिम देशों से भारत की दोस्ती मजबूत हो रही है. कुछ दिन पहले ही कतर ने भी भारतीय नौसेना के अधिकारियों को रिहा किया था. वहीं, बहरीन के प्रिंस ने भी मंदिर के लिए जमीन दे दी है और यूएई के बाद यहां भी भव्य मंदिर बनेगा. पाकिस्तान को यह सब रास नहीं आ रहा है.
क्या है मामला?
यूएई की जेल से पांच भारतीय नागरिकों को रिहा किया गया है. ये सभी नागरिक एक नेपाली नागरिक की हत्या के मामले में जेल में बंद थे. तेलंगाना के ये पांच लोग एक इमारत में काम कर रहे थे. इसी इमारत के गार्ड बाहदुर सिंह की हत्या हो गई थी. इसी मामले में पांचों भारतीयों को 10 साल की सजा मिली थी. अपील के बाद इसे बढ़ाकर 25 साल कर दिया गया, लेकिन जेल में 18 साल रहने के बाद इनकी सजा माफ कर दी गई है. इससे पाकिस्तानी नागरिक नाराज हैं.
मंदिर से भी आपत्ति
पाकिस्तान की यूट्यूबर सना अमजद के साथ बातचीत में पाकिस्तान के लोगों ने कहा कि इस्लामिक देश आखिरकार भारत के साथ दोस्ती क्यों बढ़ा रहे हैं. वह अपने यहां मंदिर क्यों बना रहे हैं? एक पाकिस्तानी नागरिक ने कहा कि मंदिर में बड़ी मात्रा में दान आएगा. इसी वजह से यूएई ने इसे बनाया है. उन्होंने आगे कहा कि वह यूएई में रहे हैं. वहां भारतीयों को इसलिए पसंद किया जाता है, क्योंकि वह पढ़े लिखे होते हैं. यूएई में क्लब खुले हुए हैं. क्योंकि, उनका एकमात्र उद्देश्य पैसा कमाना है. इसके बाद पाकिस्तानी नागरिकों ने कहा कि यूएई सिर्फ अपना फायदा देखता है. इसके साथ ही पाकिस्तान में अच्छे नेताओं की कमी की बात भी कही और कहा कि पाकिस्तान को भी अपने नागरिकों को यूएई की जेल से बाहर निकालना चाहिए.