Peshawar Bomb Blast: पाकिस्तान के पेशावर के मस्जिद में दो दिन पहले ही यानी सोमवार (30 जनवरी) को एक आत्मघाती बम धमाका हुआ है. इस बम धमाके में लगभग 90 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल भी हो गए. इस बम धमाके की जिम्मेदारी प्रतिबंधित आंतकवादी संगठन टीटीपी ने ली. इसके बाद पाकिस्तान सरकार के अंदर हलचल मच गई. 


इस हमले के बाद देश के इंटरनल मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने मंगलवार (31 जनवरी) को नेशनल असेंबली के अंदर कबूल किया कि मुजाहिदीन को ग्लोबल पावर के साथ लड़ाई के लिए तैयार करना पाकिस्तान की बड़ी गलती थी. पाकिस्तान के इंटरनल मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने कहा कि पाकिस्तान ने मुजाहिदीन बनाए और बाद में ये आतंकवादी बन गए. ये हमारी सबसे बड़ी भूल थी. वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने नेशनल असेंबली में कहा कि देश की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन पर फैसला करेगी. 


पूर्व पीएम को ठहराया दोषी
राणा सनाउल्लाह ने पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान पर भी आरोप लगाया और कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) सरकार ने गैरकानूनी आतंवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबानी पाकिस्तान (TTP) और पाकिस्तानी तालिबान के मेंबर्स को रिहा कर दिया. ऐसे लोगों को पाकिस्तान के कोर्ट ने मौत की सजा दी थी. जियो न्यूज के अनुसार पाकिस्तान के होम मिनिस्टर ने पूर्व पीएम इमरान खान के फैसले को भी गलत ठहराया है. उन्होंने कहा कि इमरान खान ने TTP के सामने हार मानकर बात की, उनके सामने झुक गए. इमरान खान ने हमेशा से TTP से बातचीत करने को लेकर वकालत की थी, जबकी TTP ने कभी भी इमरान खान की सरकार की बात नहीं मानी.


 शांती समझौता रद्द 
पाकिस्तान में पहले भी TTP ने स्कूल पर आतंकी हमला किया था. इस हमले में TTP के आतंकवादी ने करीब 138 बच्चे को मार डाला था. पिछले साल नवंबर के बाद से पाकिस्तान में TTP और पाकिस्तानी सरकार के बीच शांति समझौता रद्द हो गया था, जिसके बाद से पाकिस्तान में आतंकी हमले काफी ज्यादा बढ़ चुके है. TTP का गठन 16 साल पहले यानी 2007 में हुआ था.  


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