Pakistan Blast: पेशावर में पिछले एक दशक में 10 से ज्यादा बम धमाके, कभी नमाजी तो कभी इल्म हासिल करने गए मासूम बच्चों का बहाया खून
Peshawar Mosque Blast: पिछले साल पेशावर (Peshawar) शहर के कूचा रिसालदार इलाके में शिया मस्जिद (Shia Mosque) में विस्फोट हुआ था, जिसमें 63 लोगों की मौत हो गई थी.
Pakistan Bomb Blast in Peshawar: पाकिस्तान की धरती सोमवार (30 जनवरी) को जोरदार बम धमाके के बाद खून से सन गई. पेशावर (Peshawar) में बेहद ही हाई सिक्योरिटी जोन में स्थित मस्जिद में हुए विस्फोट (Blast in Mosque) से लाशें बिछ गई, साथ ही बड़ी संख्या में लोग जख्मी हुए. मृतकों का आंकड़ा धीरे-धीरे और बढ़ता जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विस्फोट में 90 लोगों की जान चली गई है. घायलों का इलाज जारी है और कुछ की हालत बेहद ही गंभीर है.
आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने मस्जिद में हुए विस्फोट की जिम्मेदारी ली है. टीटीपी का कहना है कि ये हमला उमर खालिद खुरासानी की मौत का बदला है.
पाकिस्तान में टीटीपी का खौफ!
पेशावर में विस्फोट के बाद कई शहरों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. देश में टीटीपी लगातार हमले की वारदात को अंजाम दे रहा है. सेना, पुलिस के जवानों के साथ आम लोगों को निशाना बनाकर दहशत फैलाया जा रहा है. ऐसा माना जाता है कि टीटीपी का मकसद पाकिस्तान की सरकार और सुरक्षा एजेंसियों के खिलाफ आंतकी अभियान छेड़कर तख्तापलट करना है. टीटीपी ने पाकिस्तान सरकार के साथ सीज फायर को तोड़ते हुए अपने लड़ाकों से देशभर में हमले करने के आदेश दिए थे.
पाकिस्तान में कितने आतंकी हमले?
साउथ एशिया टेररिज्म पोर्टल के मुताबिक, पाकिस्तान में पिछले 22 साल में करीब 16 हजार आतंकी वारदातों को अंजाम दिया गया. इन हमलों में 28,918 नागरिकों और जवानों की जान गई है. अकेले साल 2022 में 365 आतंकी हमले हुए, जिसमें करीब 600 लोगों की जान गई. मरने वालों में बड़ी संख्या में पुलिस और सेना के जवान भी शामिल हैं. वहीं, इस साल 29 जनवरी तक पाकिस्तान में 25 से अधिक आतंकी वारदातें हुईं.
पेशावर में कब-कब विस्फोट?
पाकिस्तान के पेशावर में पिछले एक दशक में 10 से अधिक हमले हुए हैं. 30 जनवरी 2023 को मस्जिद में विस्फोट में लाशों का अंबार लग गया. 90 से अधिक लोगों की जान चली गई. मरने वालों में कई पुलिसकर्मी शामिल हैं. पिछले साल यानी 2022 में भी पेशावर शहर के कूचा रिसालदार इलाके में शिया मस्जिद में इसी प्रकार का विस्फोट हुआ था, जिसमें 63 लोग काल के गाल में समा गए थे. इससे पहले साल 2014 में पेशावर के एक आर्मी स्कूल पर आतंकी वारदात को अंजाम दिया गया था. इस धमाके में 150 लोग मारे गए थे. इनमें करीब 130 मासूम छात्र शामिल थे.
बहरहाल आर्थिक और राजनीति संकट के दौर से गुजर रहे पाकिस्तान (Pakistan) में ताजा हमले ने सरकार के साथ-साथ आम लोगों की चिंता बढ़ा दी है.
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