कोरोना की नई लहर की जद में पाक, वैक्सीन से आनाकानी करने वालों को मनाने आगे आए इमरान खान सरकार के मंत्री
पाकिस्तान के योजना मंत्री असद उमर देश में कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए गठित राष्ट्रीय निकाय के प्रमुख भी हैं. उन्होंने कहा कि 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को अधिक खतरा है.
पाकिस्तान में कोरोना के नए मामलों में काफी तेजी देखी जा रही है. महमारी की तेज रफ्तार को देखते हुए सरकार भी आशंकित है. यही वजह है कि इमरान खान सरकार के मंत्रियों की तरफ से अब लोगों को वैक्सीन लगाने की अपील की जा रही है. पाकिस्तान के योजना मंत्री असद उमर देश के 2.7 करोड़ ऐसे नागरिकों को कोविड-19 का टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं, जिनकी उम्र 50 साल से अधिक है.
असद उमर देश में कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए गठित राष्ट्रीय निकाय के प्रमुख भी हैं. उन्होंने कहा कि 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को अधिक खतरा है. उन्होंने रविवार को एक ट्वीट में कहा कि पाकिस्तान में उस आयु वर्ग के 56 लाख या 20.6 प्रतिशत लोगों ने टीके की कम से कम एक खुराक ली है. निकाय ने संक्रमण दर में मामूली वृद्धि दर्ज करते हुए लोगों से सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने को कहा है.
अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान में इस बीमारी के कारण 27 और मरीजों की मौत हो गयी. वहीं, संक्रमण के 1,980 नए मामले सामने आए. इससे देश में कोविड से होने वाली मौतों की संख्या 22582 हो गई, जबकि संक्रमित लोगों की संख्या 973,284 तक पहुंच गई.
आंकड़ों के मुताबिक यह पहला मामला है जब पाकिस्तान में कोरोना संक्रमण की दर चार फीसदी से ज्यादा है. 30 मई को पॉजिटिव दर 4.05 दर्ज की गई थी. हर दिन कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने वाले लोगों की संख्या तीन गुना बढ़ गयी है. 21 जून को संक्रमण के केवल 663 नए मामले आए थे. राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने बताया कि यह पहली बार है जब 30 मई के बाद से संक्रमण दर चार प्रतिशत के पार चली गई है. 30 मई को संक्रमण दर 4.05 प्रतिशत दर्ज की गयी थी.
गौरतलब है कि पाकिस्तान में पिछले तीन सप्ताह से भी कम समय में नए मामले में तीन गुना वृद्धि हो गई है. विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान में कोरोना की चौथी लहर तेजी से बढ़ेगी. हेल्थ अधिकारियों ने बताया है कि चौथी लहर के लिए जनता की लापरवाही जिम्मेदार है. इसके अलावा संक्रमण के मामलों में वृद्धि के लिए कारोबार और पर्यटन स्थलों को फिर से खोले जाने को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. हेल्थ अधिकारियों ने सरकार से लॉकडाउन लगाने की वकालत की है. अधिकारियों ने कहा है कि ईद-उल-अजहा स्वास्थ्य संबंधी सख्त पाबंदियों के साथ मनाई जाए.
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