पाकिस्तान में सियासी उथल-पुथल मची हुई है और माना जा रहा है कि इमरान खान सरकार गिर सकती है. देश में चल रहे सियासी संकट के बीच पाकिस्तान के पीएम इमरान खान का संबोधन टल गया है. इससे पहले खबर थी कि वह देश को संबोधित कर सकते हैं. पाकिस्तान के आर्मी चीफ और आईएसआई के डीजी उनसे मिलने पहुंचे हैं. विपक्ष ने उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है, जिस पर वोटिंग 3 अप्रैल को होगी. पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री शेख राशिद ने कहा कि एक आपात इमरजेंसी बैठक बुलाई गई है, जिसके बाद पाक पीएम देश को संबोधित करेंगे.
पाकिस्तान की इमरान सरकार का साथ छोड़ने जा रही MQM के सदस्य और कानून मंत्री फ़ारुग नसीम और आईटी मंत्री अमीन उल हक ने भी इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है. शाम करीब 4:30 पर MQM नेता खालिद मकबूल सिद्दीकी के साथ विपक्ष की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी होनी है.
हालांकि पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने कहा है कि इमरान खान इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि इमरान खान आखिरी बॉल तक खेलने वाले खिलाड़ी हैं. इस्तीफा नहीं देंगे. मैदान लगेगा, दोस्त देखेंगे और दुश्मन भी.
पीएम इमरान खान को एक झटका और भी झटका लगा है. उन्होंने एमक्यूएम के खालिद मकबूल सिद्दीकी और BAP के खालिद मगसी को लेटर दिखाने के लिए न्योता भेजा था लेकिन उन्होंने न्योते से इनकार कर दिया. एमक्यूएम और बीएपी अब पीएम इमरान खान के खिलाफ और विपक्ष के साथ हैं.
पाकिस्तान की 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में खान की पार्टी के 155 सदस्य हैं और उसे सत्ता में बने रहने के लिए कम से कम 172 सांसदों के समर्थन की जरूरत है. विपक्ष ने आठ मार्च को नेशनल असेंबली सचिवालय को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था. इस प्रस्ताव के मद्देनजर रैली का आयोजन किया गया था.
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