'इमरान खान एहसान फरामोश हैं, उन्हें किसी का भी एहसान याद नहीं रहता'- पूर्व पत्नी रेहाम खान से खास बातचीत
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले ही बहुमत खो दिया है. लेकिन कुर्सी खोना नहीं चाहते हैं, इस्तीफा नहीं देने पर अड़े हुए हैं.
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान कभी विपक्ष पर.. तो कभी अमेरिका पर.. कभी लंदन में बैठे नवाज शरीफ पर अपनी सरकार गिराने के लिए साजिश रचने का आरोप लगा रहे हैं. लेकिन सच तो ये है कि इमरान पाकिस्तान के लिए एक बेहतर हुक्मारन साबित नहीं हो पाए. क्योंकि उनको करीब से जानने वाले यही बताते हैं कि राजनीति उनके वस की बात नहीं. इमरान की पूर्व पत्नी रेहाम खान से एबीपी न्यूज के संपादक सुमित अवस्थी ने खास बातचीत की.
रेहाम खान का कहना है कि अब इमरान खान की कुर्सी नहीं बचने वाली है. उन्हें अब इस्तीफा देना ही होगा. उनकी सरकार के पास बहुमत नहीं है. पाकिस्तान में महंगाई चरम पर है. रेहम ने ये भी कहा कि इमरान को फिल्में बनाने का बहुत शोक है. अब क्रिकेट तो नहीं खेल सकते, लेकिन कोई स्टेंडप कॉमेडी की उम्मीद की जा सकती है. वह राजनेता नहीं, एक्टर हैं.
रेहाम खान ने कहा, 'हम मानते हैं इमरान खान को स्टार बनाने में भारत का बहुत बड़ा हाथ है. इमरान चाहते तो खामोशी से एग्जिट ले सकते थे, वो चाहते तो महंगाई से निजात ला सकते थे, वो चाहते तो लोगों का दिल जीत भी सकते थे, वो चाहते तो ये मान सकते थे कि उन्हें सिर्फ बॉलिंग ही आती है. जनता ने उन्हें चार साल तक बर्दाश्त किया. मैं कुछ महीने ही झेल सकी. इन्हीं सब वजह से हमारी शादी टूट गई. उन्हें सहना बर्दाश्त से बाहर है. इमरान एहसान फरामोश हैं, उन्हें किसी का भी एहसान याद नहीं रहता.'
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