नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र महासभा की 75वीं बैठक के दौरान शुक्रवार को यूएन आमसभा को दिए संबोधन में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने मर्यादा की सभी हदें लांघ दी. भारत के खिलाफ पाक प्रधानमंत्री का विषवमन इस सीमा तक पहुंच गया कि महासभा बैठक में मौजूद भारतीय राजनयिक को विरोध जताते हुए वॉक आउट करना पड़ा.


पाक प्रधानमंत्री के रिकॉर्डेड भाषण में भारत के खिलाफ मनगढ़ंत औऱ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल सुन महासभा कक्ष में मौजूद भारतीय राजनयिक मिजीतो विनितो ने नाराजगी जताते हुए बहिर्गमन किया.


भाषण की शक्ल में झूठ का पुलिंदा, व्यक्तिगत हमले, युद्धोन्माद रखा गया
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएम तिरुमूर्ति ने कहा कि पाक प्रधानमंत्री का दिए भाषण ने तमाम राजनयिक मानकों को तोड़ दिया. भाषण की शक्ल में झूठ का पुलिंदा, व्यक्तिगत हमले, युद्धोन्माद रखा गया. जबकि पाकिस्तान अपने अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार और सीमा-पार आतंकवाद को ढंक दिया गया. इसका माकूल जवाब दिया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक 25 सितंबर को वक्ताओं की निर्धारित फेहरिस्त खत्म होते ही भारतीय राजनयिक इस मामले पर जवाब देंगे.


इमरान खान ने खुद को मुस्लिम परस्त दिखाने की भी भरपूर कोशिश की
गौरतलब है कि इमरान खान ने प्रधानमंत्री मोदी पर व्यक्तिगत टिप्पणी करने के साथ-साथ भारत में मुस्लिमों की स्थिति को लेकर मनगढ़ंत आरोप लगाए. इतना ही नहीं भारत पर झूठे आरोपों के बहाने इमरान ने खुद को सबसे बड़ा मुस्लिम परस्त दिखाने की भी भरपूर प्रयास किया. इमरान ने पाकिस्तान में अपनी सरकार के लिए मदीना में पैगम्बर मोहम्मद की अगुवाई में बनी रियासत को रोल मॉडल करार दिया.


इस बीच 26 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना भाषण देंगे. हालांकि सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी के भाषण में आतंकवाद जैसी वैश्विक चुनौती और आतंकी पनाहगाह के तौर पर पाकिस्तान की भूमिका पर सवाल तो होंगे. लेकिन सीधे तौर पर पाक पीएम को जवाब देने की बजाए मोदी भारत के कद और रुतबे को अनुरूप वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे.


Video: संयुक्त राष्ट्र में इमरान खान के भाषण का भारत ने किया बहिष्कार, शुरू होते ही वॉकआउट किया