पाकिस्तान में सियासी उठापटक के बीच सोमवार को प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक टीवी चैनल के ज़रिए आम लोगों से बातचीत की और उनके सवालों के जवाब दिए. इस दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि मैंने तो चुनाव का एलान कर दिया है फिर ये लोग सुप्रीम कोर्ट क्यों चले गए. उन्होंने इस दौरान कहा कि मैं बेशक चुनाव हार जाऊं, लेकिन टिकट सिर्फ उन्हीं लोगों को दूंगा जो मुल्क का सोचते हैं. इमरान खान ने कहा कि उम्मीदवारों का वो खुद इंटरव्यू करेंगे.


एक सवाल जवाब में इमरान खान ने कहा, "शुरू में हमें चुनाव लड़ने की इतनी समझ नहीं थी, अब काफी तजुर्बा हो गया है. अब हम जानते हैं और पूरी तैयारी करेंगे. हमारी तैयारी अभी से शुरू हो गई है. जिनको टिकट देने हैं उन पर अभी से काम करना शुरू किया है. इस इलेक्शन में हमें एक बहुत बड़ा सबक मिला है कि जिन लोगों का कोई नज़रिया नहीं है...जिनको हमने इस होर्स ट्रेडिंग के अंदर देखा. इसलिए हम टिकट बहुत सोच समझकर देंगे."


इमरान खान ने कहा, "राजनीति में आए मुझे 26 साल हो गए. पाकिस्तान तरक्की नहीं कर सकता जब तक संसद में उस तरह के लोग न आए जो मुल्क का सोचे. अभी आपने देखा कि लोगों ने अपने आप को बेचा और ये एक साज़िश का हिस्सा बने सरकार को गिराने के लिए. राजनीति में आने का इनका मकसद सिर्फ अपना फायदा है. मैं समझता हूं कि अब इन लोगों की सियासत खत्म हो जाएगी."


आपको बता दें कि रविवार को पीएम इमरान खान ने विपक्ष को सरप्राइज़ कर दिया था. पाकिस्तान की संसद में डिप्टी स्पीकर ने विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को विदेशी साज़िश करार देते हुए खारिज कर दिया था. इसके बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से संसद भंग करने की सिफारिश कर दी, जिसे राष्ट्रपति ने मंज़ूरी दे दी. अब ये पूरा मामला पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है. कोर्ट ने आज की सुनवाई के बाद मामले को कल तक के लिए स्थगित कर दिया है.


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