Shahbaz Sharif Turkey Visit: पाकिस्तानी पीएम के तुर्किए दौरे को लेकर की जा रही आलोचना, लोगों ने कहा- जाने का कोई तुक नहीं
Turkey Earthquake: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के तुर्किए के दौरे को एक बेवकूफी भरा फैसला तक बताया जा रहा है. उनके इस फैसले की पाकिस्तान के लोग ही आलोचना कर रहे हैं.
Pakistan Turkey Relations: तुर्किए (Turkey) और सीरिया (Syria) में सोमवार (6 फरवरी) को 7.8 तीव्रता का भूकंप आया. विनाशकारी भूकंप (Earthquake) में लगभग 5 हजार से ऊपर लोगों की मौत भी हो चुकी है. हजारों लोग घायल भी हो चुके है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के एक अनुमान के मुताबिक, 20 हजार से ज्यादा लोगों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है.
तुर्किए के इस मुश्किल समय में दुनियाभर से लोगों ने मदद पहुंचाई है. भारत ने भी दो एनडीआरएफ की टीमें भेजी है और साथ में मेडिकल टीम की भी व्यवस्था की है. पाकिस्तान और तुर्किए के बीच बहुत ही अच्छे संबंध हैं. वहीं तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन को कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान का समर्थन करते देखा गया है. इस सब के बावजूद भारत मदद के लिए सबसे पहले आगे बढ़ा. इसी बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने तुर्किए जाने का फैसला किया है.
बेवकूफी भरा फैसला!
पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री के तुर्किए के दौरे को एक बेवकूफी भरा फैसला तक बताया जा रहा है. उनके इस फैसले की पाकिस्तान के लोग ही आलोचना कर रहे हैं. पाकिस्तान के सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने पीएम के तुर्किए जाने का एलान किया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ बुधवार (8 फरवरी) को तुर्किए के दौरे पर जाएंगे और उनके साथ विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भी जाएंगे. इससे पहले प्रधानमंत्री शरीफ ने तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन को फोन किया और विनाशकारी भूकंप में हुई हजारों लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया.
शहबाज शरीफ ने यह कहा
पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान की राहत टीमें जल्द ही भूकंप प्रभावित तुर्किए पहुंचेंगी. उन्होंने भूकंप में जानों के नुकसान पर दुख व्यक्त किया और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कठिन समय में तुर्की और उसके नागरिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है और इस्लामाबाद भूकंप आपदाओं से निपटने के लिए अधिकतम सहायता प्रदान करेगा. वहीं ऐसा भी कहा जा रहा कि शहबाज शरीफ इस दौरे के पीछे अपनी महत्वाकांक्षाओं को भुनाना चाहते हैं.
फैसले को बताया बेतुका
शहबाज शरीफ के फैसले को लेकर डॉन अखबार के पत्रकार अब्बास नासिर ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद से पीड़ित है. देश के लोग चाहते हैं कि उनका नेता उनके बीच ही रहे, न कि विदेश जाए. वहीं एक और वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि अभी तुर्किए जाने का कोई तुक नहीं है. तुर्किए जाने के बजाए सीरिया की मदद करनी चाहिए.