Pakistan Money laundering Cases: पाकिस्तान में एक ओर जहां पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं दूसरी ओर मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) और उनके बेटे हमजा एक मामले में निर्दोष करार दिए गए हैं. पाकिस्तान की नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने पिता-पुत्र के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Money laundering Case) में एक सप्लीमेंट्री रिपोर्ट पेश की है, जिसमें दोनों को "Innocent" (निर्दोष) बताया.
समा टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) और उनके बेटे हमजा के खिलाफ मामले में आज 10 मई, बुधवार को अकाउंटेबिलिटी कोर्ट के जज कमर-उल-जमान ने सुनवाई की. शहबाज शरीफ के वकील अनवर हुसैन अपने मुवक्किल की ओर से अदालत में पेश हुए. सुनवाई के दौरान हमजा शहबाज ने मेडिकल आधार पर हाजिरी से छूट की मांग वाली याचिका दायर की, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया.
'आरोपियों की मामले में कोई संलिप्तता नहीं पाई गई'
कोर्ट के समक्ष सौंपी गई सप्लीमेंट्री रिपोर्ट में कहा गया है कि दोबारा जांच के बाद प्रधानमंत्री, उनकी पत्नी नुसरत शहबाज, बेटे हमजा शहबाज और अन्य आरोपियों की इस मामले में कोई संलिप्तता नहीं पाई गई. NAB के अधिकारियों के अनुसार, NAB संशोधन अधिनियम के तहत आरोपी के भ्रष्टाचार के आरोपों की पुष्टि नहीं की जा सकी. हालांकि, कोर्ट ने, 24 मई तक आगे की कार्यवाही स्थगित कर दी और प्रधानमंत्री के दामाद हारून यूसुफ अजीज और सह-आरोपी सैयद मुहम्मद ताहिर नकवी की अंतरिम जमानत 24 मई तक बढ़ा दी.
पाकिस्तान का चीनी घोटाला
बता दें कि कुछ साल पहले नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (NAB) की ओर से एक मामला दायर किया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि शहबाज शरीफ और उनके परिवार के सदस्य मनी लॉन्ड्रिंग और फर्जी खातों के माध्यम से धन के अवैध हस्तांतरण में शामिल थे. दिसंबर 2020 में, संघीय जांच एजेंसी (FIA) ने दो PML-N नेताओं के खिलाफ चीनी घोटाला मामले (Sugar scam case) में 16 अरब रुपये की राशि के शोधन में कथित संलिप्तता के लिए अदालत के समक्ष चालान पेश किया था.
यह थे शहबाज़ परिवार पर आरोप
आरोप लगे कि शहबाज़ परिवार के 28 बेनामी खातों का पता लगाया गया है, जिसके माध्यम से 2008 से 2018 के दौरान 16.3 बिलियन रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की गई थी. इस मामले में शहबाज और हमजा के साथ सुलेमान शहबाज के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था, जो फरार था. उसके यूनाइटेड किंगडम में होने की खबरें आई थीं.
एफआईआर में 14 अन्य लोगों को भी नामजद किया गया. हालांकि, शहबाज परिवार ने मनी लॉन्ड्रिंग या अन्य अवैध वित्तीय गतिविधियों में शामिल होने से लगातार इनकार किया है. उन्होंने कहा है कि उनके खिलाफ मामला राजनीति से प्रेरित है और देश में उनकी प्रतिष्ठा और प्रभाव को बदनाम करने का प्रयास है.
सुलेमान को क्लीन चिट
संघीय जांच एजेंसी (FIA) ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बेटे सुलेमान शहबाज को यह कहते हुए क्लीन चिट दे दी कि एजेंसी को 'मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनकी संलिप्तता का कोई सबूत नहीं मिला'.
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