Pakistan PM Shehbaz Sharif: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ आज दे सकते हैं इस्तीफा! जानें वजह
Pakistan: पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार अगर कुछ और दिनों तक सत्ता में रहना चाहती है तो उसे 11 अगस्त को किसी भी हालत में संसद भंग करनी पड़ सकती है.
Pakistan PM Shehbaz Sharif: पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) आज यानी बुधवार (9 अगस्त) को अपना पद छोड़ सकते हैं. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पाकिस्तान की नेशनल असेंबली को समय से पहले भंग करने के लिए तैयार है. इस साल के अंत में पाकिस्तान में आम चुनाव होने वाले हैं. इसके लिए गठबंधन वाली सरकार को अतिरिक्त समय चाहिए.
संसद के निचले सदन का पांच साल का कार्यकाल 12 अगस्त को समाप्त हो रहा है. हालांकि, इसके बावजूद प्रधानमंत्री शरीफ इसे 9 अगस्त को ही भंग कर सकते हैं. इसके लिए वो सबसे पहले राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से मुलाकात कर सलाह मशविरा करेंगे. अगर राष्ट्रपति उनकी सलाह मानने में टाल-मटोल करते हैं तो पीएम के फैसले के 48 घंटों के भीतर संसद भंग कर दी जाएगी.
PM ने जनरल मुख्यालय का किया दौरा
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री शरीफ ने मंगलवार (8 अगस्त) को जनरल मुख्यालय (GHQ) में अपनी विदाई यात्रा की, जो प्रधानमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल में महत्वपूर्ण माना गया. प्रधानमंत्री का थल सेनाध्यक्ष जनरल असीम मुनीर ने गर्मजोशी से स्वागत किया क्योंकि यह यात्रा भावपूर्ण समारोह और देश के शहीद नायकों को श्रद्धांजलि के लिए समर्पित थी.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार अगर कुछ और दिनों तक सत्ता में रहना चाहती है तो उसे 11 अगस्त को किसी भी हालत में संसद भंग करनी पड़ सकती है.
आम चुनाव में हो सकती है देरी
यह अंदेशा है कि राष्ट्रपति अल्वी नेशनल असेंबली भंग करने की अधिसूचना तुरंत जारी करने से इनकार कर सकते हैं. यही कारण है कि नेशनल असेंबली भंग करने की सलाह तीन दिन पहले दी जा रही है ताकि राष्ट्रपति के इस पर सहमत होने से इनकार करने की स्थिति में भी सदन अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले भंग हो जाए. इससे निर्वाचन आयोग को चुनाव के लिए 90 दिन का समय मिल जाएगा.
नेशनल असेंबली के अपना कार्यकाल पूरा करने की स्थिति में निर्वाचन आयोग 60 दिनों के अंदर चुनाव कराने के लिए बाध्य है. इस बीच, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि आम चुनाव कराने में विलंब होने की संभावना है. उन्होंने मंगलवार को जियो न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि 2023 चुनावी साल नहीं है.