Pakistan PM Shehbaz Sharif: भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान इस समय आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है. इस बीच प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि उनके लिए और कर्ज मांगना शर्मनाक है. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, कर्ज देश के सामने मौजूदा आर्थिक चुनौतियों का समाधान नहीं है, क्योंकि जिससे लेना है, उसे लौटाना भी है.


इस बीच, पाकिस्तान के पीएम ने वित्तीय सहायता के लिए सऊदी अरब को धन्यवाद भी दिया. उन्होंने कहा कि पिछले 75 सालो के दौरान अलग-अलग सरकार, चाहे राजनीतिक नेतृत्व के नेतृत्व में हों या सैन्य तानाशाहों की, आर्थिक मुद्दों का समाधान नहीं कर सकी हैं.


पासिंग आउट समारोह में मौजूद थे


प्रधानमंत्री ने शनिवार (14 जनवरी) को पाकिस्तान प्रशासनिक सेवा (PSS) के प्रोबेशनरी अधिकारियों के पासिंग आउट समारोह को संबोधित करते हुए लोक सेवकों से देश को मजबूत बनाने की अपील की है. उन्होंने सिविल सेवकों से अपनी पूरी क्षमता के साथ देश और राष्ट्र की सेवा करने का आग्रह किया और आशा व्यक्त की कि वे देश को मौजूदा चुनौतियों से बाहर निकालने में सक्षम हैं. प्रधान मंत्री ने उन्हें याद दिलाया कि वे बेरोजगारी, गरीबी, बीमारी, शिक्षा की कमी और सार्वजनिक समस्याओं के समाधान में देरी जैसे मुद्दों का सामना करेंगे.


पिछली सरकार पर लगाए आरोप


पाकिस्तान प्रशासनिक सेवा समारोह में पंजाब के राज्यपाल बलीघुर रहमान, रिटायर जज अधिकारी और कई परिवारों ने भाग लिया. प्रधानमंत्री ने समारोह में पिछली सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ अधिकारियों पर बेबुनियाद आरोप लगाए गए, जिससे उनके परिवारों को शर्मिंदगी उठानी पड़ी. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति के कारण, सिविल नौकरशाह कोई भी कदम उठाने से पहले दो बार सोचते हैं, जो एक वास्तविक बाधा थी.


प्रधान मंत्री ने जोर देकर कहा कि यह उन सभी का एक सामूहिक एजेंडा होना चाहिए. राजनीतिक पद वालों को जनता की समर्पण के साथ सेवा करने के लिए नागरिक नौकरशाही को एक सही वातावरण देना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर सिविल सेवकों को सौहार्दपूर्ण वातावरण प्रदान किया जाता है, तो वे अपनी पूरी क्षमता के साथ प्रदर्शन कर सकते हैं.


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