Pakistan Martial law: पाकिस्तान में हालात ऐसे हैं कि वहां की शहबाज शरीफ सरकार को मोहर्रम के महीने में सांप्रदायिक हिंसा का डर सताने लगा है. इस वजह से शहबाज सरकार ने आर्टिकल 245 का इस्तेमाल कर कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी सेना को सौंप दी है. पाकिस्तानी सेना ने देश में मार्शल लॉ की तैयारी भी शुरू कर दी है.


पाकिस्तान में सीमा हैदर को लेकर बिगड़ती कानून व्यवस्था और मोहर्रम में सांप्रदायिक हिंसा रोकने जैसे मुद्दों को आधार बनाकर पाकिस्तान में आर्टिकल - 245 लागू कर दिया गया है. पाकिस्तान में आर्टिकल-245 के तहत पूरे देश में सेना की टुकड़ी तैनात की गई हैं.


सीमा हैदर को लेकर कट्टरपंथी एक्टिव
पाकिस्तान से जुड़ा एक सच ये भी है कि देश में सरकार से ज्यादा सेना की चलती है. इसी वजह से मोहर्रम के बहाने पाकिस्तान में सेना ने मार्शल लॉ लगाने के संकेत दे दिए हैं. पाकिस्तान के संविधान में आर्टिकल 245 एक महत्वपूर्ण प्रावधान है. इसके तहत संघीय़ सरकार सेना को कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंप सकती है.


इस वक्त पाकिस्तान में आर्टिकल 245 लागू करने की जरूरत इसलिए पड़ी है कि क्योंकि, देश में हालात से तेजी से बिगड़ रहे हैं. पहले की अपेक्षा आतंकी संगठन की ओर से हो रहे हमलों की संख्या बढ़ गई है. पाकिस्तान की हालत आर्थिक मोर्चे पर भी खराब है. यहां तक सीमा हैदर को लेकर कट्टरपंथी एक्टिव है.


2023 जनवरी से जून  तक 271 आतंकी हमले हुए
पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई के बाद राजनीतिक टकराव बढ़ा है. इसके अलावा आतंकी घटनाएं पाकिस्तान की मुसीबत बढ़ा रही है. आंकड़ों के मुताबिक, जिन आतंकवादियों को पाकिस्तान ने पाला है अब वो पाकिस्तान की नींव हिलाने लगे हैं.


साल 2023 जनवरी से जून  तक 271 आतंकी हमले हुए हैं. इन हमलों में 389 लोगों की मौत हुई है. पाकिस्तान में कानून व्यवस्था आतंकी घटनाओं पर नकेल कसना सरकार की बस के बाहर हो गया है. ऐसे में सरकार ने सेना को कमान सौंपी है.


ये भी पढ़ें:BRICS Member: चीन की मदद से ब्रिक्स में शामिल होगा पाकिस्तान! रूस में होने वाले समिट में गेस्ट मेंबर के रूप में हो सकता है शामिल