Pakistan Economic Crisis: पडोसी देश पाकिस्तान इन दिनों सबसे कठिन आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. इसी सिलसिले में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ मदद की गुहार लेकर यूएई पहुंचे हुए हैं. यहां पर वह पाकिस्तान की बिगड़ी हुई आर्थिक स्थिति का हवाला देकर आर्थिक मदद की मांग कर सकते हैं. 


पाक पीएम शहबाज दो दिनों के यूएई दौरे पर गए हैं, वह गुरुवार (12 जनवरी) से लेकर शुक्रवार (13 जनवरी) तक वहां पर रहेंगे. पाकिस्तान की समाचार एजेंसी द डॉन के मुताबिक वहां पर वह पाक पर पहले से बकाया कर्ज की लोन पेमेंट को डिले करने की मांग की, और साथ में उनसे एक अरब डॉलर रुपए और दिए जाने को लेकर मदद मांगी है.


कैसी है पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति?
विशेषज्ञों का कहना है कि इससे पाकिस्तान की डूब चुकी अर्थव्यवस्था का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है. वह अपना कर्ज चुकाने में न सिर्फ असमर्थ है बल्कि उसे अपना देश चलाने के लिए और मदद की जरूरत है. 


'यूएन देशों से भी मांगी थी आर्थिक मदद'
इससे पहले पाक पीएम शहबाज शरीफ बीते दिनों जेनेवा गए थे. यहां पर उन्होंने यूएन के जरिए अन्य सदस्यी देशों को अपने आर्थिक हालात का हवाला देते हुए आर्थिक मदद के लिए हाथ फैलाया. उन्होंने यूएन में कहा कि उनेक देश को बीते साल आई बाढ़ ने बर्बाद कर दिया था. इससे उनका देश आर्थिक संकट में चला गया है. 


उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में इस समय महंगाई अपने चरम पर है जिस वजह से रात को न वहां के लोगों को बिजली मिल रही है और न ही बहुत से लोगों के पास खाने का पैसा है. इसलिए पाकिस्तान को कर्ज से उबारने के लिए 16 अरब डॉलर से भी अधिक के पैसे की जरूरत है.


पाकिस्तान में डॉलर के मुकाबले गिरा रुपया
पाकिस्तान की हालत इतनी खराब है कि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले 8 साल के सबसे निचले स्तर पर है. उसके पास सिर्फ 5.6 अरब डॉलर तक का ही पैसा बचा है. पाकिस्तानी में एक डॉलर की कीमत 227.8 पैसे है.


'पाकिस्तान में चरम पर है महंगाई'
पाकिस्तान में चिकन से लेकर दूध तक और आटे से लेकर प्याज तक सभी के दाम आसमान छू रहे हैं. महंगाई की मार ने पाकिस्तान को इस देश को चारो तरफ से घेर रही है. पाक इस समय बढ़ते कर्ज, घटते विदेशी मुद्रा भंडार, राजनीतिक अस्थिरता और जीडीपी में भारी गिरावट से जूझ रहे पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है. 


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