Pakistan On Article 370 And Kashmir: पाकिस्तान ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापना शुरू कर दिया है. मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के कार्यालय ने 'अपनी बिना शर्त बातचीत' के प्रपोजल में संशोधन करते हुए कहा कि जब तक भारत अनुच्छेद 370 पर लिए गए कदम को वापस नहीं लेता, तब तक दोनों देशों के बीच बातचीत नहीं हो सकती.


हैरानी की बात तो यह कि पीएमओ के बयान से ठीक पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत के साथ बिना शर्त बातचीत करने के संकेत दिए थे. समाचार चैनल अल अरबिया को दिए एक इंटरव्यू में शरीफ ने कहा कि यूएई दोनों देशों को बातचीत की मेज पर लाने में अहम भूमिका निभा सकता है और वह 'उद्देश्य की ईमानदारी' के साथ बातचीत करेंगे. पाकिस्तान के पीएम ने कहा कि उनका देश और भारत पड़ोसी हैं और उनके पास एक-दूसरे के साथ रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.


'हमने भारत के साथ तीन युद्ध किए हैं...'


पाकिस्तान के पीएम ने कहा, "यह हमारे ऊपर है कि हम शांति से रहें और प्रगति करें या एक-दूसरे से झगड़ा करें और समय और संसाधनों को बर्बाद करें... हमने भारत के साथ तीन युद्ध किए हैं और यह केवल लोगों के लिए और अधिक दुख, गरीबी और बेरोजगारी लेकर आया है. हमने अपना सबक सीख लिया है और हम शांति से रहना चाहते हैं, बशर्ते हम अपनी वास्तविक समस्याओं को हल करने में सक्षम हों."


शहबाज का पीएम मोदी को संदेश


शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) सरकार "गरीबी को कम करना, समृद्धि हासिल करना, हमारे लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार प्रदान करना चाहती है और बम और गोला-बारूद पर हमारे संसाधनों को बर्बाद नहीं करना चाहती." उन्होंने कहा, "यही संदेश मैं पीएम मोदी को देना चाहता हूं." शरीफ ने आगे कहा कि यह कोई रहस्य नहीं है कि पड़ोसी परमाणु शक्ति संपन्न हैं और हथियारों से लैस हैं. 


पाक पीएमओ ने क्या कहा?


इंटरव्यू का हवाला देते हुए पाकिस्तान PMO के एक प्रवक्ता ने कहा कि शरीफ ने लगातार कहा था कि पाकिस्तान और भारत को बातचीत के माध्यम से अपने द्विपक्षीय मुद्दों को हल करना चाहिए. उन्होंने ट्वीट किया, "हालांकि, पीएम ने बार-बार ऑन रिकॉर्ड कहा है कि जब तक भारत कश्मीर पर अपना कदम वापस नहीं लेता तब तक बातचीत संभव नहीं है."


ये भी पढ़ें- क्या इच्छा मृत्यु के फैसले में होगा संशोधन? सुप्रीम कोर्ट ने कहा- गरिमापूर्ण मौत का सभी को अधिकार