पाकिस्तान में इमरान की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है. विपक्ष ने इमरान के खिलाफ ऐसा चक्रव्यूह रचा की कप्तान की कुर्सी में संकट के बादल मंडराने लगे. इमरान की कुंडली में जो ग्रहण लगा है, उस ग्रहण के 4 मुख्य किरदार हैं. पाकिस्तानी सियासत के इन 4 अहम किरदारों ने पाकिस्तान की सत्ता पर काबिज प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी पर संकट के बादल खड़े कर दिए. वो भी तब जबकि उनकी पारी पूरी होने में अभी 17 महीने बाकी थे.
इनमें सबसे अहम नाम है- पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के बड़े नेता शहबाज शरीफ. शहबाज शरीफ पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं. शहबाज शरीफ ही वो लीडर हैं जिन्हें पाकिस्तान में विपक्ष ने अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है.
इमरान पर संकट की दूसरी बड़ी वजह
पाकिस्तान के मौजूदा सियासी संकट की दूसरी सबसे बड़ी वजह बताई जा रही है पाकिस्तान की सेना. उस सेना के मुखिया जनरल कमर जावेद बाजवा. इमरान खान ने ही 2019 में बाजवा को 3 साल का सेवा विस्तार दिया था. जनरल कमर बाजवा 28 नवंबर 2022 तक पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष रहेंगे.
पिता का बदला लेने सड़क पर उतरीं मरियम
इमरान खान कभी पाकिस्तानी सेना के बहुत चहेते हुआ करते थे लेकिन हालात ऐसे बदले कि बाजवा को इमरान खान खटकने लगे. वैसे भी पाकिस्तान में ये इतिहास रहा है कि कोई भी चुनी हुई सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई है. नवाज शरीफ को सत्ता से बेदखल करने के बाद ही सेना ने इमरान का रास्ता साफ किया था. लेकिन नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज पिता का बदला चुकाने सड़क पर उतर आईं और इमरान की विदाई के आंदोलन का एक बड़ा चेहरा बन गईं.
चौथा बड़ा किरदार
इमरान खान की सत्ता के तख्तापलट के इस आंदोलन में झंडा बुलंद करने वालों में बिलावल भुट्टो जरदारी भी एक बड़ा चेहरा हैं. वह पाकिस्तान की पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो के बेटे हैं. उनके पिता आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के राष्ट्रपति रह चुके हैं. बिलावल भुट्टो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरमैन हैं.
इमरान खान इन चार चेहरों के चक्रव्यूह में बुरी तरह से घिरे हुए हैं. इस चक्रव्यूह को भेद पाना उनके लिए आसान नहीं.
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