जानिए- इमरान खान सरकार की 5 बड़ी नाकामी, 5 कामयाबी और 10 बड़े वादे, एक क्लिक में पढ़ें सभी बातें
Pakistan Political Crisis: अब इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर 9 अप्रैल को वोटिंग होगी. ऐसे में इमरान खान की कुर्सी बचेगी या जाएगी, इस पर संकट के बादल बरकरार हैं.
Pakistan Political Crisis: पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट से प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा झटका लगा है. सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को रद्द करना गैर-कानूनी करार दिया और पाकिस्तानी संसद को बहाल कर दिया है. अब इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर 9 अप्रैल को वोटिंग होगी. ऐसे में इमरान खान की कुर्सी बचेगी या जाएगी, इस पर संकट के बादल बरकरार हैं. आइए जानते हैं इमरान खान सरकार की 5 कामयाबी, 5 नाकामी और 10 बड़े वादे-
10 बड़े वादे-
1. भ्रष्टाचार
2. जवाबदेही
3. काले धन की वापसी
4. विदेशी कर्जों में कमी
5. पुलिस में सुधार
6. दक्षिण पंजाब में यूनिवर्सिटी की स्थापना
7. प्रधानमंत्री हाउस में यूनिवर्सिटी की स्थापना
8. एक करोड़ नौकरियां
9. पचास लाख घरों की तामीर
10. देश में आर्थिक तरक्की के नए दौर का आग़ाज़
5 बड़ी नाकामी
जवाबदेही- चुनावी मुहिम के दौरान बड़े पैमाने पर हर जगह अकाउंटेबिलिटी के बारे में बढ़-चढ़कर बातें की गई, लेकिन असल में इसे लेकर कुछ भी बड़ा नहीं हुआ. इस वजह से लोगों में गुस्सा पाया जाता है.
अर्थव्यवस्था- प्रधानमंत्री बनने से पहले इमरान खान ने कहा था कि वो अर्थव्यवस्था की काया पलट देंगे, कर्जों के लिए आईएमएफ के पास नहीं जाएंगे, महंगाई को खत्म कर देंगे. ये दावे बहुत ही मुश्किल दावे थे. इमरान खान की सरकार बनने के बाद कुछ दिनों तक तो इमरान अपने वादे पर डटे दिखें, लेकिन फिर वही हुआ, जिसकी आशंका थी. आईएमएफ के पास गए, कर्ज लिए, महंगाई कम होने के बजाए बढ़ती गई. अर्थव्यस्था सुधार के बजाए और खराब हो गई.
राजनीतिक तालमेल बनाने में नाकाम- इमरान खान एक गठबंधन सरकार के मुखिया थे, लेकिन वो अपने साथ की दूसरी पार्टियों को एक साथ लेकर चल पाने में नाकाम रहे. विपक्ष से भी उनके रिश्ते अच्छे नहीं है, इसलिए राजनीतिक तौर पर सरकार नाकाम रही.
विदेश नीति- इमरान खान की सरकार विदेश नीति में हर तरह से नाकाम रही. भारत से रिश्ते अच्छे नहीं रहे. चीन पर बहुत भरोसा किया, लेकिन अमेरिका को हद से ज्यादा नाराज कर गए. अरब देशों से भी वो गर्मजोशी नहीं रही, जो पाकिस्तान का रहा करता है. तुर्की से भी नजदीकी बढ़ाई, लेकिन ये एक नाकाम पॉलिसी साबित हुई.
मीडिया पर पाबंदी- इमरान खान सोशल मीडिया पर पाबंदी लगाने के लिए जाने जाएंगे. इनके दौर में सोशल मीडिया पर जिस तरह पाबंदी लगाई गई और हटाई गई. सरकार की नाकामी की चुगली करती है.
नौकरी- एक करोड़ की नौकरी का वादा किया गया, लेकिन इस मामले में इमरान सरकार नाकाम रही.
कामयाबी
कोरोना महामारी पर कंट्रोल- मौटे तौर पर माना जाता है कि इमरान खान अपने कम रिसोर्स के बावजूद कोरोना पर कंट्रोल करने में कामयाब रहे. उन्होंने लॉकडाउन की पॉलिसी को ज्यादा व्यवहारिक रखा और इस तरह से उनकी सरकार इस पर काबू पाने में कामयाब रही.
हेल्थ कार्ड- इमरान सरकार के दौरान हेल्थ कार्ड जारी किया, जिसकी जमकर सराहना की गई. कार्ड धारक को 20 हजार तक की मुफ्त इलाज दी जाती है.
हाउसिंग स्कीम- इमरान सरकार ने घर का वादा किया था और सरकार बनने के बाद कम आमदनी वालों के लिए एक हाउसिंग स्कीम लॉन्च की थी, जिसकी जमकर सराहना हुई.
बिलियन ट्री स्कीम- इस स्कीम के तहत एक अरब पेड़ लगाए जाने थे, जिसको लेकर इमरान खान की सरकार ने अच्छे काम किए.
गरीबी हटाओ मुहिम- गरीबी कम करने के लिए सरकार ने एहसास प्रोग्राम की शुरुआत की थी, जिसके तहत कई तरह की सरकारी मदद की स्कीम है, जिसकी भी सराहना हुई.
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