पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शक्ति परीक्षण से पहले एक टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा है कि मैंने जनता के भले के लिए ही रानजीति की है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि हम पाकिस्तान की जनता के साथ हैं और पाकिस्तान की जनता हमारे साथ है. उन्होंने ये भी कहा कि पहले से देश की छवि और बेहतर हुई है. इमरान बोले कि अगर पाकिस्तान में अगर कमजोर सरकार आएगी तो गरीब जनता को नुकसान पहुंचेगा.
इमरान खान ने ये भी कहा कि जब मैं प्रधानमंत्री बना तो मैंने सोचा कि देश के नौजवानों को उस रास्ते पर लाऊं, जिसमें उनकी बेहतरी है. इमरान ने कहा कि इंसान को कोशिश जरूर करनी चाहिए, क्योंकि प्रधानमंत्री एक बाप की तरह होता है. जैसे मां-बाप अपने बच्चों की भलाई चाहते हैं, वैसे ही एक प्रधानमंत्री भी देश का बाप होता है.
इमरान खान ने कहा कि हमने दुनिया में एक मिसाल कायम की है, जनता की सेवा की है. उन्होंने कहा कि मैं सियासत में एक बेहतर मकसद के लिए आया था. उन्होंने कहा कि मैंने इस्लामोफोबिया को बढ़ते हुए देखा है. जब मैं प्राइम मिनिस्टर बना तो मैंने सोचा कि दुनिया के मुल्कों को इस संबंध में आगाह करूं कि मुसलमानों पर जुल्म हो रहा है. दुनिया हमें बुरा भला कह रही थी, हमें इस्लाम और आतंकवाद से जोड़ दिया गया था.
इमरान खान ने कहा कि मैंने यूएन में इस्लाम के लिए आवाज उठाई, उसके खिलाफ फैलाई जा रही चीजों का विरोध किया. मैंने इस्लाम को लेकर हो रहे दुष्प्रचार को रोकने की भी कोशिश की. इमरान खान ने कहा कि हमारी बेहतरी के लिए अल्लाह हमसे कहता है कि इस्लाम के रास्ते पर चलो.
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