Imran Khan Vs Shahbaz Sharif: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बीच सुलह के संकेत मिल रहे हैं. इमरान खान ने सरकार से बातचीत के लिए राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को अधिकृत किया है. अब इसके बाद सवाल यह भी उठ रहे हैं कि क्या राष्ट्रपति इस मुद्दे पर इमरान की तरफ से बातचीत कर सकते हैं. क्योंकि इमरान ने खुद प्रस्ताव रखा है कि उनकी तरफ से राष्ट्रपति बातचीत कर सकते हैं. 


दरअसल, राष्ट्रपति आरिफ अल्वी पीटीआई के ही सदस्य हैं. उन्होंने ही पिछली बार भी आर्मी चीफ से इमरान खान की बातचीत कराई थी. इसलिए इस बार भी यह माना जा रहा है कि वह इमरान खान और शहबाज शरीफ के बीत बातचीत कराने वाले हैं. इस बातचीत के बाद कोई रास्ता जरूर निकलेगा और यह दोनों के बीच सुलह के संकेत की तरह भी देखा जा रहा है. 


इमरान खान की मार्च का तीसरा दिन 


दरअसल, पाकिस्तान में आम चुनाव कराने की मांग को लेकर इमरान ने 28 अक्टूबर को लाहौर से ये मार्च शुरू किया था, जो 4 नवंबर को इस्लामाबाद पहुंचेगा. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक मार्च के दूसरे दिन ही जिस तरह से उनके काफ़िले में भीड़ बढ़ी है, उससे लगता है कि इमरान को इस बार लोगों का जबरदस्त समर्थन मिल सकता है. 


क्या इमरान और शहबाज़ के बीच होगी सुलह?


वहीं, पीएम शहबाज़ शरीफ ने इस लॉन्ग मार्च के मद्देनजर गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह की अध्यक्षता में 9 सदस्यों वाली एक समिति बनाई है. सरकार लगातार इस मार्च को रोकने की कोशिश में है क्योंकि इमरान ने मार्च शुरू करने से पहले ही ये ऐलान कर दिया था कि जब तक आम चुनाव कराने की घोषणा नहीं होती, वे और उनके समर्थक इस्लामाबाद में ही डेरा डाले रहेंगे. अब इन सबके बीच दोनों की सुलह की खबरें भी सामने आ रही हैं. 


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