अपनी सरजमी से भारत के खिलाफ आतंकवाद का इस्तेमाल करते आ रहा पाकिस्तान अब भारतीय कूटनीति के आगे घुटने टेकता हुआ नजर आ रहा है. अब वह शांति और भाई-चारे की बात कर रहा है. पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा की तरफ से दो दिन पहले कश्मीर मुद्दे का शांति और सौहार्दपूर्ण समाधान करने के बयान के बाद अब वहां के प्रधानमंत्री कुछ भी इसी तरह की पेशकश की है.


इमरान बोले- बातचीत को हैं तैयार


पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने शुक्रवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के कोटली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे भारत के साथ शांतिपूर्ण बातचीत को तैयार है. उन्होंने कहा- “हर किस्म के सोच, हर किस्म के नजरिए के साथ बातचीत को तैयार हूं. लेकिन यह ना सोचें कि हम कमजोर हैं इसलिए हम आपके साथ दोस्ती चाहते हैं.”


भारत ने कहा- बाचतीच का दायित्व पाकिस्तान पर


भारत ने गुरुवार को पाकिस्तान के आर्मी चीफ के शांतिपूर्ण बातचीत वाले बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि आतंक एवं शत्रुता से मुक्त माहौल बनाने का दायित्व पाकिस्तान पर है. गौरतलब है कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने टिप्पणी की थी कि ‘‘यह समय सभी दिशाओं से शांति का हाथ बढ़ाने का है.’’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने बाजवा की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘ हमारी स्थिति पहले से स्पष्ट है. भारत आतंक, हिंसा एवं शत्रुता से मुक्त माहौल में पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी रिश्ते बनाने का इच्छुक है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इस तरह का माहौल बनाने का दायित्व पाकिस्तान पर है.’’


जनरल बाजवा ने की थी भारत से बातचीत की वकालत


इससे पहले, पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल बाजवा ने भारत के साथ शांतिपूर्ण बातचीत का जो बयान दिया था उसके लेकर पाकिस्तान के विदेश विभाग ने गुरुवार को कहा कि सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का हालिया बयान क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा की उनके देश की इच्छा को दर्शाता है. बाजवा ने मंगलवार को कहा था कि ‘‘यह समय सभी दिशाओं से शांति का हाथ बढ़ाने का है.’’


पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा, ‘‘ पाकिस्तान लगातार कहता रहा है कि इस तरह (शांति) का माहौल बनाने का दायित्व भारत पर है.’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा ही जम्मू-कश्मीर समेत सभी प्रमुख मुद्दों का शांतिप्रिय तरीके से निपटारा करने में विश्वास करता है और जनरल बाजवा का बयान क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा की पाकिस्तान की इच्छा को दर्शाता है.