Pakistan Imran Khan: पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran khan) ने शहबाज शरीफ (shehbaz sharif) के नेतृत्व वाली संघीय सरकार के साथ बातचीत से इनकार किया है. हालांकि, उन्होंने पाकिस्तानी सेना के प्रमुखों के साथ बातचीत शुरू करने के लिए उत्सुकता दिखाई.


कई मामलों के संबंध में इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (IHC) में पेश होने के बाद सोमवार (12 जून) को पत्रकारों से बात करते हुए, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि सत्ताधारी शासकों सहित राजनीतिज्ञ शक्तिहीन हैं और उनके पास बातचीत करने का अधिकार नहीं है.


'सैन्य प्रतिष्ठान के साथ बातचीत करने को तैयार'
पाकिस्तानी समाचार पत्र डॉन की खबर के अनुसार खान ने पाकिस्तान सरकार के साथ बातचीत से इनकार किया, लेकिन वह सैन्य प्रतिष्ठान के साथ बातचीत करने को तैयार हैं. क्रिकेटर से राजनीति में आए इमरान खान ने यह भी कहा कि वह प्रतिशोध में विश्वास नहीं करते हैं और अगर सत्ता में दोबारा आए तो कानून का शासन स्थापित करने की कोशिश करेंगे.


इसी हफ्ते की 12 तारीख को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ (Khawaja Asif) ने देश के लोअर हाउस में प्रस्ताव पेश किया था, जो बहुमत से पारित भी हो गया. इस प्रस्ताव के तहत 9 मई को हुए विरोध प्रदर्शन की घटना में शामिल PTI और कार्यकर्ता और राजनेता को गिरफ्तार किए जाने के बाद उन पर आर्मी लॉ के तहत कार्रवाई करने में देरी न की जाए.


PTI समर्थकों ने सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और PTI चीफ इमरान खान को 9 मई को इस्लामाबाद हाई कोर्ट (IHC) से अल कादिर ट्रस्ट केस में गिरफ्तार किया गया था. उनकी गिरफ्तारी के बाद से पूरे देश में PTI समर्थकों ने सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया था.


इस दौरान उन्होंने लाहौर में स्थित पाकिस्तानी कमांडर के घर पर तोड़फोड़ किया था. इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने लगभग 5000 PTI कार्यकर्ताओं समेत कई नेताओं को हिरासत में ले लेकर सरकार ने आर्मी लॉ के तहत कार्रवाई करने की बात की.


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