Imran Khan Minar-e-Pakistan Rally: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने अपनी जनसभा में हिंदुस्तान का गुणगान किया. इमरान ने महंगाई के मुद्दे पर शहबाज शरीफ की अगुवाई वाली सरकार हमला बोला. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में महंगाई दर 6% है जबकि पाकिस्तान में यह 31% हो गई है. यहां अवाम को आटा-दाल भी नहीं मिल रहा है. अवाम दाने-दाने को मोहताज हो गई है.
इमरान ने लाहौर की मीनार-ए-पाकिस्तान रैली में कहा, "हमारा मुल्क बर्बादी की कगार पर खड़ा है. इकोनॉमी को बूस्ट करने की जरूरत है. हमारे पास पर्याप्त डॉलर नहीं हैं, जब निर्यात बढ़ेगा तो डॉलर का प्रवाह भी बढ़ेगा."
इसी रैली में हजारों लोगों की भीड़ के समक्ष अपने भाषण के दौरान इमरान ने शासन में सुधार और निर्यात बढ़ाने के लिए अपनी पार्टी का रोडमैप पेश किया, उन्होंने दावा किया कि उनके विजन से मुल्क की आर्थिक समृद्धि का रास्ता खुलेगा.
चेतावनी के बावजूद PTI हुई की रैली
इमरान की मीनार-ए-पाकिस्तान में हुई रैली को लेकर वहां की पंजाब सरकार द्वारा चेतावनी दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की ओर से कल रैली आयोजित की गई. इस रैली के लिए लोगों से जुटने का आवाह्न करते हुए इमरान ने कहा था कि ये उनकी अब तक की सबसे बड़ी रैली होगी और अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ देगी. जब लोग आ जुटे तो इमरान ने भाषण देना शुरू किया.
'मुल्क के लिए सख्त फैसले लेने होंगे'
इमरान ने अपने भाषण के दौरान कहा कि शासन में सुधार और निर्यात बढ़ाने के लिए मुल्क को सख्त फैसले लेने की जरूरत है. इमरान ने कहा कि पाकिस्तान पर्याप्त टैक्स का कलेक्शन नहीं कर पाता है, जिसके परिणामस्वरूप डॉलर घटने लगते हैं और ये औसत डॉलर एकत्रित होने के अंतर्वाह से अधिक हो जाता है. उन्होंने कहा कि निर्यात बढ़ेगा तो हमारे यहां डॉलर का प्रवाह भी बढ़ेगा. उन्होंने आर्थिक समृद्धि प्राप्त करने के लिए शासन में पूर्ण सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया.
'पाक को सर्जरी की जरूरत है'
पीटीआई प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान में घर को व्यवस्थित करने के लिए एक "सर्जरी" की जरूरत है, और अगर ऐसा किया जाता है, तो विदेशी पाकिस्तानी देश में अपना डॉलर लाएंगे. उन्होंने विदेशी पाकिस्तानियों को निवेश के लिए प्रोत्साहित करने और निर्यातकों के लिए वीआईपी स्टेट्स प्रस्तावित करने का सुझाव दिया.
यह भी पढ़ें- Imran Khan Bail: भारी बारिश के बीच इमरान खान पहुंचे लाहौर हाई कोर्ट, 5 मामलों में मांगी जमानत