(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Pakistan: क्या इमरान खान के सारे दांव हो गए फेल? PM शहबाज से समझौता करने को हुए राजी, सरकार से रखी ये मांग
Pakistan: इमरान खान के बाद अब पीटीआई नेता फवाद चौधरी का बयान सामने आया है. फवाद चौधरी ने पाक सरकार से बातचीत करने की पेशकश की है.
Pakistan PTI Want Date And Time: पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल चरम पर है. वहीं इमरान खान और मौजूदा सरकार के बीच चल रही तनातनी के बीच पाकिस्तान तहरीक इंसाफ (PTI) ने शुक्रवार (17 मार्च) को गठबंधन सरकार से बैठक के लिए एक तारीख और जगह देने का अनुरोध किया है. ताकि दोनों राजनीतिक आपस में बैठकर बात कर सकें.
वकीलों के टॉप रेगुलेटरी बॉडी ने कहा कि इमरान खान सरकार और विपक्ष के बीच मध्यस्थता करने के लिए तैयार है. पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा कि कानून मंत्री आजम नजीर तरार हर दिन एक साथ बैठकर मुद्दों को हल करने के लिए बयान दे रहे थे और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी बातचीत के लिए कहा था.
इमरान खान पहले ही बातचीत के हक में
फवाद चौधरी ने कहा कि वो बातचीत को लेकर दिए जा रहें बयानों से आगे बढ़ें और दोनों राजनीतिक पार्टियों को मिलने के लिए एक तारीख और जगह तय करें, क्योंकि इमरान खान पहले ही बातचीत के हक में रहें हैं.
फवाद चौधरी का ये बयान पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान की ओर से सरकार के साथ सुलह करने वाली बात के एक दिन बाद आया है. इमरान खान ने कहा था कि वह देश के लिए किसी से भी बात करने और कोई भी बलिदान देने के लिए तैयार हैं. मैं पाकिस्तान के विकास, हित और लोकतंत्र की खातिर किसी भी बलिदान से पीछे नहीं हटूंगा. इस संबंध में मैं किसी से भी बात करने और इस दिशा में हर कदम उठाने को तैयार हूं.
राजनीतिक ताकतों को एक साथ बैठना होगा
इमरान खान ने भी सरकार से बातचीत करने को लेकर एक ट्वीट किया था. खान का ट्वीट एक दिन बाद आया था जब प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार (15 मार्च) को जोर देकर कहा था कि देश को आगे ले जाने के लिए सभी राजनीतिक ताकतों को एक साथ बैठना होगा. इसके दो दिनों बाद फवाद चौधरी ने लाहौर हाईकोर्ट के बाहर बोलते हुए बैठक की तारीख और स्थान के लिए कॉल करने की बात कही.
प्रधानमंत्री और कानून मंत्री तरार को संबोधित करते हुए फवाद चौधरी ने कहा कि आप बयान दे रहे हैं, इसलिए आपको इसके साथ आगे बढ़ना चाहिए. जो भी जगह आप तय करते हैं और अगर कोई न्योता देते है तो हम इसके लिए तैयार हैं.
पिछली बार सभी दलों के एक साथ आने की बातचीत तब सामने आई थी जब प्रधानमंत्री ने फरवरी में एक सर्वदलीय सम्मेलन (APC) बुलाया था और पीटीआई प्रमुख सहित देश के राजनीतिक नेतृत्व को आमंत्रित किया था, ताकि आने वाली चुनौतियों से निपटने के तरीकों पर चर्चा की जा सके.
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