Pakistan On Subhash Chandra Bose: भारत और पाकिस्तान को अंग्रेजों से एक ही साथ आजादी मिली. आजादी दिलाने में कई ऐसे महान लोगों का हाथ था, जिन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना अपनी जान की कुर्बानी दे दी. इन्हीं में एक थे स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी सुभाष चंद्र बोस.


हाल ही में पाकिस्तानी यूट्यूबर शोएब चौधरी ने पाकिस्तान की आवाम से सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) के महत्व के बारे में लोगों की राय जाननी चाही, क्योंकि कुछ समय पहले भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा था कि अगर सुभाष चंद्र बोस होते तो भारत का बंटवारा नहीं होता.


पाकिस्तानी शख्स ने सुभाष चंद्र बोस पर कहा कि आजादी मिलने के बाद पाकिस्तान की सरकार ने सुभाष चंद्र बोस के बारे में बहुत सारी चीजें छुपाई है. उन्होंने कहा कि उनके किरदार को पाकिस्तान में निगेटिव रूप में दिखाया गया है. पाकिस्तान ने आने वाली पीढ़ियों के लिए सुभाष चंद्र बोस की सच्चाई को दफन कर दिया.


पाकिस्तानी इतिहासकार ने कही बात
पाकिस्तान के इतिहासकार ख्वाजा जमशेद इमाम ने नेता सुभाष चंद्र बोस के आजादी की लड़ाई में निभाए गए महत्वपूर्ण कामों से अवगत कराया. उन्होंने कहा कि उन्हें स्कूल से एक दफा सिर्फ इसलिए निकाला गया क्योंकि उन्होंने एक अंग्रेजी टीचर को थप्पड़ मार दिया था. अंग्रेजी टीचर ने भारतीय को लेकर अपमानजनक बातें कही थी.



पाकिस्तानी यूट्यूबर से बातचीत में कहा कि सुभाष चंद्र बोस भारतीय होने के बावजूद वर्ल्ड वॉर 2 में जर्मनी के तानाशाह हिटलर से मिलने गए. इसके अलावा वो जापान भी गए. आजाद हिंद फौज की स्थापना भी की. उन्होंने अपनी जिंदगी में कठिन रास्ता चुना. सुभाष चंद्र बोस को उस वक्त ही ग्लोबल पॉलिटिक्स के बारे में गजब की नॉलेज थी.


ये भी पढ़ें:


Israel Supreme Court: इजराइल में सरकार का सुप्रीम कोर्ट पर कंट्रोल! न्यायपालिका के अधिकार छीनने वाला बिल पास