लाहौरः पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के विश्वविद्यालयों के स्नातक छात्रों को तब तक डिग्री नहीं दी जाएगी, जब तक वे अनिवार्य रूप से अनुवाद के साथ कुरान का अध्ययन नहीं करते. सरकार की ओर से जारी अधिसूचना यह आदेश दिया गया है.
पंजाब प्रांत के राज्यपाल चौधरी मोहम्मद सरवर की ओर से रविवार को जारी अधिसूचना के मुताबिक, विश्वविद्यालयों (गैर-मुस्लिम को छोड़कर) के सभी छात्रों के लिए उर्दू अनुवाद के साथ कुरान पढ़ना अनिवार्य किया गया है. इसके मुताबिक, ''विश्वविद्यालय के स्नातक छात्र यदि अनुवाद के साथ कुरान का अध्ययन नहीं करते हैं तो उन्हें डिग्री नहीं दी जाएगी.''
इसमें आगे कहा गया कि पंजाब के सभी विश्वविद्यालयों (निजी एवं सरकारी) के व्याख्याता सभी छात्रों को अनुवाद के साथ कुरान पढ़ाएंगे. यह पवित्र पुस्तक इस्लामिक अध्ययन के विषयों से अलग पढ़ाई जाएगी, जोकि पहले ही सभी विश्वविद्यालयों में पढाए जा रहे हैं.
राज्यपाल ने अप्रैल में सात कुलपतियों की एक समिति गठित की थी, जिसे सभी प्रांतीय विश्वविद्यालयों में अनुवाद के साथ कुरान पढ़ाने को लेकर अपनी सिफारिशें सौंपने को कहा गया था.