Pakistan: निश्तार हॉस्पिटल की छत से शवों का ढेर मिलने के मामले में जांच समिति ने सौंपी रिपोर्ट, अस्पताल ने बताया क्यों छत पर छोड़ी लाशें
Pakistan News: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने मुल्तान के एक मुर्दाघर की छत पर मिले लाशों के ढेर को लेकर एक जांच समिति गठित की थी. समिति ने अपनी जांच पूरी कर ली है.
Pakistan Hospital Decaying Corpses Case: पाकिस्तान (Pakistan) के पंजाब प्रांत (Punjab Province) के मुल्तान (Multan) स्थित निश्तार मेडिकल यूनिवर्सिटी (Nishtar Medical University) के अस्पताल की छत पर मिले सैकड़ों लावारिश शवों (Unclaimed Dead Bodies) के ढेर को लेकर रविवार को समिति ने जांच पूरी कर ली.
मामला सामने आने के बाद पंजाब प्रांत की सरकार ने जांच के लिए समिति गठित की थी. समिति ने शवों को लेकर लापरवाही करने वाले निश्तार अस्पताल के स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. पिछले दिनों एक वीडियो के जरिये मामला सामने आया था, जिसमें दिखाया गया था कि अस्पताल की छत पर सैकड़ों की तादाद में शव सड़ रहे हैं. शवों के अंग भी कथित तौर पर गायब बताए गए थे.
जांच समिति ने की ये सिफारिशें
जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला जांच समिति की बैठक के दौरान लिया गया, जिसने अपनी रिपोर्ट पूरी कर पंजाब के अतिरिक्त मुख्य सचिव को भेज दी है. जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि शवों को एक कमरे में रखा जाना चाहिए थे लेकिन अस्पताल के कर्मियों ने उन्हें छत पर लाकर छोड़ दिया. समिति ने आरोपियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने की सिफारिश की है.
14 अक्टूबर को अस्पताल के मुर्दाघर की छत पर कई लावारिश लाशें सड़ती हुई पाई गई थीं. जियो न्यूज के मुताबिक, मामला सामने आने के बाद प्रांत के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने जांच के लिए छह सदस्यीय समिति गठित करने का आदेश दिया था, जिसके बाद जांच की गई. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अस्पताल भेजने के 28 दिन बाद लावारिस लाश को वापस ले जाने की जिम्मेदारी पुलिस की होगी. यह भी कहा गया कि पुलिस और पुलिस यूनियन काउंसिल के सचिव संयुक्त रूप से शवों का अंतिम संस्कार करेंगे. समिति ने सुझाव दिया है कि अस्पताल प्रशासन और पुलिस को शवों को दफनाने में साझा रूप से काम करना चाहिए.
अस्पताल प्रबंधन ने लगाया पुलिस पर आरोप
इससे पहले अस्पताल ने छत पर शवों के सड़ने के लिए पुलिस और बचाव अधिकारियों पर आरोप लगाया था. अस्पताल का कहना था कि पुलिस लावारिश लाशों को वापस नहीं ले जाती है. निश्तार मेडिकल यूनिवर्सिटी के एनाटॉमी विभाग के प्रमुख डॉक्टर मरियम अशरफ ने कहा कि मुर्दाघर और उसकी छत पर शवों के ढेर के लिए बचाव अधिकारियों और पुलिस को दोषी ठहराया जाना चाहिए था. अशरफ ने कहा कि मेडिकल फेसिलिटी शवों को लेने से इनकार नहीं कर सकती थी क्योंकि यह उन्हें सुरक्षित रखने के लिए लेने को लिए बाध्य थी. उन्होंने कहा कि पुलिस और बचाव अधिकारियों ने शवों को अस्पताल में रखने के लिए कहा था.
एक अधिकारी ने कहा, ''पुलिस और बचाव अधिकारी उन्हें समय पर वापस नहीं लेते हैं. हमारे पास लिखित दस्तावेज हैं, जिनमें हमने उन्हें शव लेने के लिए कहा है.''
स्पताल ने बताया क्यों छत पर छोड़ी लाशें
जियो न्यूज के मुताबिक, अस्पताल ने आधिकारिक तौर पर कहा कि मेडिकल फेसिलिटी को पुलिस से जो शव मिलते हैं, वे आम तौर पर खराब हालत में होते हैं और उन्हें मुर्दाघर में नहीं रखा जा सकता है क्योंकि कीड़े उन्हें खाने लगते हैं. कीड़े फिर सबमें घूमते हैं. इसलिए सड़ रहे शवों को छत पर रखा जाता है, जहां पर तीन कमरे हैं.
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