Pakistani Mother Reunites With Son: पाकिस्तान के रावलपिंडी में एक मां अपने खोये बेटे से 7 साल बाद मिली. हालांकि, मां ने 7 साल बाद अपने बेटे को भीख मांगते हुए देखा. डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक 2016 से लापता एक मानसिक रूप से विक्षिप्त पूर्व पुलिसकर्मी को उसकी मां ने मंगलवार (19 दिसंबर) को रावलपिंडी के ताहली मोहरी चौक पर भीख मांगते हुए पाया.
पाकिस्तानी महिला का नाम शाहीन अख्तर है, जिसने अपने बेटे को भीख मांगते हुए पहचान लिया. उस दौरान महिला अपने बेटे को देखकर बेहद भावुक हो गई और उसे प्यार से गले लगा लिया. इस घटना के बाद पुलिस ने तीन महिलाओं सहित भिखारियों के गिरोह के चार सदस्यों को पकड़ लिया और उनके साथियों का पता लगाने के लिए जांच शुरू की.
भिखारियों के गिरोह ने पहुंचाई तकलीफ
पाकिस्तान के रावलपिंडी में रहने वाला लापता व्यक्ति मुस्तकीम खालिद पेशे से एक पुलिसकर्मी था. उसके मिलने के बाद मां ने पुलिस को जानकारी दी कि भिखारियों के गिरोह ने उसके बेटे को बहुत तकलीफ पहुंचाई है. उसके बेटे के शरीर पर कई इंजेक्शन के निशान पाए गए हैं.
पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक साल 2016 में मुस्तकीम खालिद टाइफाइड बुखार से पीड़ित हो गया था, जिसकी वजह से बुखार उसके दिमाग पर हावी हो गया और वो दिमागी रूप से कमजोर हो गया कुछ समय के बाद गायब हो गया. हालांकि, मुस्तकीम खालिद के लापता होने के बाद मां ने पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज की थी.
भिखारियों के गिरोह में शामिल लोगों की गिरफ्तारी
शाहीन अख्तर ने जब अपने बेटे को रावलपिंडी के ताहली मोहरी चौक पर देखा तो पाया कि उसके बेटे के साथ तीन महिलाएं और दो पुरुष शामिल थे, जो मुस्तकीम की विकलांगता का फायदा उठाकर उसे भीख मांगने के लिए मजबूर कर रहे थे. अपने बेटे को पहचान कर शाहीन अख्तर ने उसे गले लगा लिया, लेकिन उसके साथ आए गिरोह के सदस्यों ने उसके साथ मारपीट और गाली-गलौज करना शुरू कर दिया.
दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि गिरोह ने मुस्तकीम खालिद का अपहरण कर उसे भीख मांगने में अक्षम कर दिया है. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरोह के सरगना वाहिद को तीन महिलाओं के साथ गिरफ्तार किया गया है, जबकि बाकियों कि तलाश जारी है. हिरासत में ली गई सदस्य मरियम और सबीना के सगे भाई वाहिद को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया.
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