Pakistan Rupee To Dollar: पाकिस्तानी रुपये के मुकाबले डॉलर पहुंचा रिकॉर्ड स्तर पर, जानें कितनी हुई कीमत, समझे आने वाले वक्त में क्या पड़ेगा असर
Pakistan: पाकिस्तान की मौजूदा आर्थिक स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है. पहले से कर्ज के तले दबा देश लगातार रुपये के मुकाबले डॉलर की बढ़ती कीमतों की वजह से दबाव में आ रहा है.
Pakistan Rupee To Dollar: इस वक्त पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति खराब है. देश हर मोर्चे पर कमजोर दिख रहा है. पाकिस्तान की सरकार लगातार कोशिश में जुटी हुई है कि किसी भी तरह से देश की स्थिति को संभाला जाए. हालांकि, अब तक ऐसे कोई परिणाम निकल कर सामने नहीं आए हैं, जिसके आधार पर ये कहा जा सके कि स्थिति में सुधार आया है. इन्हीं सब के बीच पाकिस्तानी रुपये की हालत भी दिन-ब-दिन कमजोर हो रही है. आज यानी मंगलवार (29 अगस्त) को पाकिस्तानी मार्केट में डॉलर के रेट में भारी गिरावट देखने को मिली है.
पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट समा टीवी के मुताबिक पिछले मात्र 2 हफ्तों के दौरान डॉलर पाकिस्तानी रुपये के मुकाबले 20 रुपये की बढ़ी है. आपको बता दें कि जब से पाकिस्तान में आर्थिक स्थिति खराब होनी शुरू हुई, तब से डॉलर के रेट में रुपये के मुकाबले आसमान जमीन का फर्क आया है. अभी पाकिस्तान में 1 डॉलर की कीमत 316 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है.
पाकिस्तानी विदेशी मुद्रा भंडार पर असर
पाकिस्तानी कारोबार सप्ताह के दूसरे दिन इंटरबैंक और खुले बाजारों दोनों में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है. पाकिस्तान के ओपेन मार्केट में 1 डॉलर की कीमत 316 रुपये के ऐतिहासिक स्तर पर बना हुआ है. अब सवाल है कि डॉलर की कीमतों में होने वाली बढ़ोतरी का पाकिस्तानी विदेशी मुद्रा भंडार पर क्या असर पड़ सकता है?
आपको बता दें कि डॉलर एक विदेशी मुद्रा है, जिसका इस्तेमाल इंटरनेशनल मार्केट में इम्पोर्ट और एक्सपोर्ट में किया जाता है. वहीं अगर डॉलर की कीमत किसी देश में बढ़ती है तो उस देश को पहले के मुकाबले ज्यादा पैसे अपने विदेशी मुद्रा भंडार से खर्च करने पड़ जाते हैं.
कई देशों ने दिए कर्ज
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई के महीने में IMF के तरफ लोन मिलने के बाद उसका विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले 9 महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. इस दौरान IMF के अलावा UAE और सऊदी अरब ने भी लोन दी, जिसकी वजह से पाकिस्तान की विदेशी मुद्रा भंडार 3 अरब डॉलर से बढ़कर 8.76 अरब डॉलर पहुंच गया. पिछले महीने ही पाकिस्तान को कुल 4.2 अरब डॉलर की सहायता प्राप्त हुई थी.
हालांकि, चीन के एक बैंक ने भी 600 मिलियन डॉलर का कमर्शियल लोन दिया था. इन सब के बावजूद पाकिस्तान पर अभी 100 अरब डॉलर से ज्यादा का कर्ज है.