Pakistan Russia Oil: यूक्रेन को हथियार देकर रूस से तेल लेना चाहता था पाकिस्तान, महीनों से अटकी डील, चढ़ा पुतिन का पारा!
Pakistan Russia Oil News: पाकिस्तान रूस से तेल आयात करने वाला था, इसके लिए रूस में पुतिन की अगुवाई वाली सरकार से फाइनल बातचीत कर ली थी.
Pakistan Russia Oil Deal: भारत-रूस की नजदीकियों से पड़ोसी मुल्क चीन और पाकिस्तान (Pakistan) को चिढ़ है. रूस ने जब भारत को सस्ता तेल ऑफर किया तो इन देशों ने भी कम कीमत पर तेल लेने के लिए व्लादिमीर पुतिन की सरकार से बातचीत शुरू कर दी. हालांकि, महीनों गुजर जाने पर भी पाकिस्तान रूस से तेल आयात नहीं कर पाया है, पाकिस्तानी हुकूमत का यह रवैया रूसी सरकार को अच्छा नहीं लग रहा. रूस ने पाकिस्तान से गंभीरता दिखाने के लिए पहले कच्चे तेल का एक कार्गो आयात करने के लिए कहा है. यदि पाक ऐसा भी नहीं करता है तो पुतिन का पारा चढ़ जाएगा.
पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने रूस से कच्चा तेल (क्रूड ऑयल) आयात करने के लिए डील साइन की, लेकिन इसके लिए जरूरी प्रक्रियाओं में देरी कर दी. रूस ने महीनों इंतजार किया, लेकिन पाकिस्तानी हुकूमत अब तक कुछ नहीं कर पाई है. बताया जा रहा है कि तेल आयात के लिए पाकिस्तान को एक कंपनी स्थापित करनी थी, लेकिन उसने अभी रजिस्ट्रेशन भी नहीं कराया है. गौरतलब हो कि पाकिस्तान की हुकूमत इस समय खुद को गंभीर आर्थिक संकट से फंसा बता रही है.
यूक्रेन जंग के बीच पाक की हरकतें रूस को नाराज करने वाली
आर्थिक संकट के बीच पाकिस्तान ने रूस को नाराज करने वाली हरकत भी कर डाली. रूस का यूक्रेन से युद्ध चल रहा है और इधर, पाकिस्तान ने यूरोप के रास्ते यूक्रेन को हथियार बेचने शुरू कर दिए. पाकिस्तानी हथियार और कल-पुर्जे यूक्रेन पहुंचने की कई खबरें मीडिया में आईं तो पाक हुकूमत संदेह के भंवर में फंस गई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाक से जर्मनी और पोलैंड के रास्ते हथियार-तकनीक यूक्रेन भेजी गई, और यह सब तब हुआ जबकि पाकिस्तान रूस से सस्ते तेल के लिए गिड़गिड़ा रहा था.
डॉलर की कमी होना पाक के लिए बड़ी मुसीबत
पाकिस्तान के पास विदेशी सामान आयात करने को पर्याप्त डॉलर नहीं हैं, क्योंकि उसका विदेशी मुद्रा भंडार काफी कम बचा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ समय पहले एक विदेशी कंपनी ने एक पाकिस्तानी रिफाइनरी को रूस से कच्चा तेल आयात करने का ऑफर दिया था, लेकिन पाकिस्तानी बैंकों ने भुगतान करने से मना कर दिया था. ऐसा इसलिए किया गया था, ताकि मुल्क के डॉलर खर्च न हों. अब पाकिस्तान के पास 4 अरब डॉलर से भी कम विदेशी मुद्रा शेष रह गई है, जिसमें से भी अधिकतर यूएई और सउदी अरब की बताई जा रही है.
डॉलर के बजाय रूबल में पेमेंट की शर्त भी नहीं मान रहा पाक
वहीं, बताया जा रहा है कि जब पाकिस्तानी हुकूमत ने डॉलर की कमी का हवाला दिया तो रूस पाकिस्तान से तेल के बदले रूसी रूबल, चीनी येन और यूएई दिरहम में भुगतान के लिए तैयार हो गया है. हालांकि, अब भी पाकिस्तान रूस से तेल खरीदने की स्थिति में नहीं है. पाकिस्तान ने कच्चे तेल की पहली शिपमेंट शुरू करने के लिए मॉस्को के साथ प्रतिबद्ध प्रक्रिया अभी शुरू ही नहीं की है. जबकि, उसकी हुकूमत ने रूसी सरकार को वादा किया था कि वह एक नई स्पेशल पर्पस व्हीकल (SPV) कंपनी स्थापित करेगा, जिसके चलते वो रूसी तेल ले सकेगा.
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