रूस-पाकिस्तान में बड़ा समझौता, भारत के 'दुश्मन' देश से क्यों नजदीकियां बढ़ा रहे पुतिन, जानिए
पाकिस्तान ने भारत के करीबी दोस्त के साथ आर्थिक और व्यापारिक रिश्तें लगातार बढ़ा रहा है. नई दिल्ली पाकिस्तान की इस नई चाल पर लगातार नजर रखे हुए है. क्या भारत पर इसका असर पढ़ेगा.
Pakistan Russia Trade Deal : पाकिस्तान और रूस ने दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने का निर्णय लिया है. इसी कड़ी में राजधानी मॉस्को में पाकिस्तान-रूस व्यापार और निवेश फोरम का उद्घाटन किया गया है. पाकिस्तान पिछले कुछ समय से रूस से लगातार आर्थिक और व्यापारिक रिश्तें बढ़ा रहा है. इसके अलावा पाकिस्तान की नजरें ब्रिक्स समूह पर भी हैं. इस निवेश फोरम का उद्घाटन निजीकरण, निवेश और संचार बोर्ड के केंद्रीय मंत्री अब्दुल अलीम खान के नेतृत्व में हुआ है. इस व्यापार समझौते को लेकर दोनों देशों के बीच एक MoU पर भी हस्ताक्षर किया गया है.
वस्तु विनिमय व्यापार को लेकर हुआ समझौता
मॉस्को में आयोजित उद्घाटन समारोह में रूसी उद्योग और व्यापार उप मंत्री, एलेक्सी ग्रुजदेव ने फोरम का उद्घाटन किया. इसमें परिवहन मंत्री के सलाहकार एवगेनी फिडचुक सहित अन्य वरिष्ठ रूसी अधिकारी भी शामिल हुए. वहीं रूस में पाकिस्तान के राजदूत मोहम्मद खालिद जमाली भी वहां मौजुद थे. दोनों देशों के बीच वस्तु विनिमय व्यापार को लेकर समझौता हुआ हैं. दोनों देशों ने इसको लेकर MoU पर भी हस्ताक्षर किया है. इस व्यापार में एक सामान देकर दूसरा सामान खरीदते हैं.
रूस के साथ हुए इस समझौते से पाकिस्तान को कुछ हद तक राहत मिलेगी. पाकिस्तान की खस्ता हालत से तो सभी वाकिफ हैं. उसका विदेशी मुद्रा भंडार भी खाली पढ़ा हुआ है. वहीं छोले, चावल, फल, आलू और दाल जैसे सामानों के आदान प्रदान को लेकर रूस की फर्म एलएलसी और दो पाकिस्तानी कंपनियों के बीच सहमति बनी है.
पहले भी होता था वस्तु विनिमय व्यापार
रूस और पाकिस्तान के बीच इससे पहले भी वस्तु विनिमय व्यापार होता था. 50-70 के दशक के दौरान पाकिस्तान रूस से मशीनरी का आयात करता था. तो वहीं रूस चमड़ा और अन्य वस्तुओं का निर्यात करता था. इस साल हुए एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान ने वस्तु विनिमय करने का आग्रह किया था. जिसे रूस ने मान लिया है. पाकिस्तानी मीडिया ने इस डील को ऐतिहासिक बताया है. रूस-पाकिस्तान के बीच हुए समझौते पर भारत की भी नजर हैं.
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