Gallup Survey on Pakistan: पाकिस्तान मौजूदा वक्त में गंभीर आर्थिक संकट (Economic Crisis) के दौर से गुजर रहा है. देश की अर्थव्यवस्था बहुत अधिक बिगड़ गई है. देश के दिवालिया होने की आशंका मंडरा रही है और आम पाकिस्तानी आसमान छूती महंगाई की मार झेल रहे हैं. जरूरी चीजों के दाम काफी ज्यादा बढ़ गए हैं. इस बीच गैलप लॉ एंड ऑर्डर इंडेक्स की ओर से पिछले साल जारी इस सर्वे में पाकिस्तान (Pakistan) को लिस्ट में 82 के स्कोर के साथ 42वें नंबर पर रखा था.
कई परिवारों के लिए दो जून की रोटी जुटा पाना भी मुश्किल है. देश में विदेशी मुद्रा भंडार की भारी कमी है. आतंकवादी हिंसा यहां आम बात हो गई है. इस बीच पिछले साल हुए एक सर्वे का जिक्र करना जरूरी है, जिसमें पाकिस्तान को भारत से अधिक सुरक्षित देश बताया गया था.
पाकिस्तान में गंभीर आर्थिक संकट
पाकिस्तान की मौजूदा स्थिति से दुनिया के हर देश परिचित है. आर्थिक संकट से लेकर महंगाई और विदेशी मुद्रा भंडार की कमी से पाकिस्तान की शहबाज सरकार के लाचार होने के साथ ही आम जनता भी काफी परेशान है. टीटीपी (TTP) के आतंकवादी पाकिस्तानी सेना के जवानों से लेकर आम लोगों को लगातार निशाना बना रहे हैं, लेकिन गैलप लॉ एंड ऑर्डर इंडेक्स के पिछले साल के सर्वे में पाकिस्तान को भारत से सुरक्षित बताकर झुठलाने की कोशिश की गई. जबकि सच्चाई बिल्कुल इसके उलट है.
क्या कहते हैं सर्वे के नतीजे?
गैलप लॉ एंड ऑर्डर इंडेक्स की ओर से दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों को लेकर पिछले साल एक सर्वे का प्रकाशन हुआ था. इस सर्वे में पाकिस्तान को भारत से ज्यादा सुरक्षित देश माना गया था. गैलप के इस सर्वे में 121 देशों की लिस्ट में भारत 60वें नंबर पर है. सर्वे में शामिल देशों को 1 से लेकर 100 अंक दिए गए. 80 से ज्यादा स्कोर पाने वाले देशों को सुरक्षित देश माना गया. इस सूची में सिंगापुर 96 के स्कोर के साथ टॉप पर रहा. वहीं अफगानिस्तान 51 स्कोर के साथ सबसे निचले पायदान पर रहा.
पाकिस्तान और भारत लिस्ट में कहां?
गैलप के इस सर्वे की सूची में भारत को पाकिस्तान से भी नीचे रखा गया. भारत की बराबरी के देशों में इराक और श्रीलंका शामिल हैं. पाकिस्तान को इस लिस्ट में 82 अंक के साथ 42वें नंबर पर जगह मिली. लाओस, सर्बिया, ईरान और न्यूजीलैंड के भी पाकिस्तान के बराबर ही नंबर और रैंकिंग है. वहीं, भारत 80 के स्कोर के साथ 60वें नंबर पर है.
पाकिस्तान में कौन सी सुरक्षा?
गैलप के इस सर्वे पर सवाल उठना लाजिमी है कि स्टडी करने वाली टीम को पाकिस्तान में कौन सी सुरक्षा दिखती है, जब टीटीपी के सदस्य हर रोज आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं. पाकिस्तान में रोजाना कही न कहीं बम ब्लास्ट हो रहे हैं. हिंसा आम बात है. अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं हैं. खुलेआम अपहरण हो रहे हैं. देश में आर्थिक बदहाली के साथ राजनीतिक संकट भी बरकरार है. महंगाई से देश में भूखमरी की स्थिति है. अब गंभीर सवाल है कि आखिर किस तरह की सुरक्षा पाकिस्तान में है?
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