Pakistan-Saudi Arabia Updates : बढ़ती महंगाई और खराब आर्थिक स्थिति को लेकर पाकिस्तान में भी चर्चा हो रही है. 2 दिन पहले ही सऊदी अरब में वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम में शामिल होने गए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की यात्रा के भी कई मायने निकाले जा रहे हैं. पाकिस्तान के लोगों ने इस यात्रा को सऊदी से मदद हासिल करने के लिए की गई यात्रा कहा. दरअसल, पाकिस्तानी यूट्यूबर सुहेब चौधरी आम लोगों से बात कर रहे थे. पब्लिक बहस करते हुए आपस में ही भिड़ गई. पाकिस्तानियों ने यह तक कह दिया कि शहबाज कटोरा लेकर सऊदी गए हैं. हालांकि, उनकी इस यात्रा के बाद आईएमएफ ने कर्ज देने को मंजूरी दी है. वीडियो में सुहेब से बात करते हुए एडवोकेट जव्वाद और रिसर्च स्कॉलर कय्यूम बहस करते दिख रहे हैं.
कय्यूम ने कहा कि ट्रेड की बात शहबाज शरीफ को करनी चाहिए, अगर बातें पुरानी ही होती रहेंगी तो फिर चीजें ठीक नहीं होंगी. हमें मदद मांगनी बंद करनी चाहिए. उनकी बात काटते हुए जव्वाद ने कहा कि ऐसे बात न करें, हम कोई बहुत तरक्की वाले देश नहीं. हमें आर्थिक हालत देखना चाहिए. मुल्क की जो हालत है, उसमें मदद ही मांगी जाएगी.
हम लुट गए तो गलत क्या है?
कय्यूम ने कहा कि हम जब सऊदी जाते हैं तो इस हाल में जाते हैं कि जैसे हम लुटेपिटे हैं. हम हाथ फैलाकर पहुंचते हैं, कोई मदद हमारी कर दें नहीं तो हम नहीं बचने वाले हैं. जव्वाद ने कहा कि अगर सरकार कह रही है कि हम लुट गए हैं तो गलत क्या है. जहां तक ट्रेड की बात है तो सरकार का काम ये नहीं है कि बिजनेस करे, बिजनेस करने का काम कंपनियों का होता है. कय्यूम ने शहबाज के सऊदी में मदद मांगने की बात पर तंज करते हुए कहा कि बात तो सच है, मगर बात है रुसवाई की. जव्वाद ने कहा कि इसमें क्या बात की जाए, ये तो ऐसा हो गया है, क्या पूछते हो हाल मेरे कारोबार का, आईने बेचता हूं अंधों के शहर में.
पाकिस्तान की तरफ कोई नहीं बिछा रहा गैस पाइपलाइन
बात को आगे बढ़ाते हुए जव्वाद ने इमरान खान की सरकार के वक्त को देश की बर्बादी का समय बताया. उन्होंने कहा, इमरान के समय काफी नुकसान हुआ. वहीं, शहबाज शरीफ ठीक काम कर रहे हैं. कय्यूम ने कहा कि मौजूदा सरकार के जो हालात है, उसने देश को बर्बाद किया है. जव्वाद ने ईरान के साथ गैस पाइपलाइन में आ रही अड़चन पर बात की. कहा कि पाकिस्तान की साइड कोई लाइन बिछाने को तैयार नहीं है. कंपनियां डर रही हैं कि अगर हमने बोली लगाई तो तमाम तरह की पाबंदियां लगा दी जाएंगी. ऐसे में कैसे लाइन बिछेगी. इस दौरान बातचीत में काफी लोगों की भीड़ भी थी.