SCO की बैठक के लिए पाकिस्तान जा रहे एस जयशंकर, पड़ोसी मुल्क की मीडिया ने उगला जहर, जानिए क्या कह दिया
Pakistan SCO 2024: पाकिस्तान में 15 -16 अक्टूबर शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक होने वाली है. इस मौके पर भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जय जयशंकर पड़ोसी मुल्क का दौरा करने वाले हैं.
S Jaishankar Pakistan Visit: पाकिस्तान मंगलवार (15 -16 अक्टूबर) को होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक की मेजबानी के लिए तैयार है. इसमें भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जयशंकर पड़ोसी मुल्क का दौरा करने वाले हैं. इस बेहद खास मौके पर पाकिस्तानी मीडिया में काफी चर्चा हो रही है. खासकर किसी भारतीय नेता द्वारा मौजूदा वक्त में पाकिस्तान का दौरा करना को अहम माना जा रहा है. इस पर कई तरह की बातें की जा रही है, जिसमें ये कहा जा रहा है कि एस जयशंकर का आना पड़ोसी मुल्कों के साथ चीन के बढ़ते वर्चस्व को संतुलित करने की एक कोशिश है.
पाकिस्तान का सबसे बड़ा अखबार द डॉन लिखता है कि भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर SCO समिट में हिस्सा लेने के लिए आ रहे हैं. ये 10 सालों में पहली बार है, जब भारत का कोई विदेश मंत्री पाकिस्तान आ रहा है. इससे पहले पिछले साल पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो SCO मीटिंग में भाग लेने के लिए भारत का दौरा किया था. इसके अलावा अखबार ने भारत और चीन के रिश्तों पर गौर फरमाते हुए लिखा कि भारत SCO संगठन में चीन के बढ़ते प्रभाव को लेकर वाकिफ है. इसलिए वो ऐसे समय में शामिल होकर मध्य एशियाई देशों के साथ संबंधों में पकड़ मजबूत करने के साथ-साथ चीन पर नजर जमाए रखना चाहता है.
पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित का बयान
पाकिस्तान के एक अन्य मीडिया हाउस Samaa Tv ने कहा कि हमें विदेश मंत्री एस जयशंकर से भारत और पाकिस्तान के संबंधों को लेकर ज्यादा उम्मीद नहीं रखनी चाहिए. इसकी वजह से ये है कि भारत के मंत्री पाकिस्तान को लेकर कड़ा रूख रखते हैं. हालांकि, इस मुद्दे पर पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित कहते हैं कि मुझे शुरू से ये नहीं लगता था कि भारत सम्मेलन में शामिल नहीं होगा. इसके पीछे की वजह ये है कि भारत कभी भी ये नहीं दर्शाना चाहता है कि वो SCO संगठन को भी उसी नजर से देखता है, जैसे वो पाकिस्तान को देखता है.
कौन-कौन पहुंच चुका पाकिस्तान?
पाकिस्तान में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व जयशंकर करेंगे. इसके अलावा चीन, रूस, बेलारूस, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के प्रधानमंत्री और ईरान के उपराष्ट्रपति करेंगे. रूस से 76 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल चीन से 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल, भारत से चार सदस्यीय आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल, किर्गिस्तान से चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल और ईरान से दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पहले ही इस्लामाबाद पहुंच चुका है. शंघाई सहयोग संगठन का सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी पाकिस्तान पहुंच गया है.