Pakistan General Elections: पाकिस्तान में 8 फरवरी के आम चुनाव को स्थगित करने की मांग करने वाला एक प्रस्ताव रविवार (14 जनवरी) को सीनेट में पेश किया गया. दो दिन पहले भी संसद के उच्च सदन में इसी तरह का प्रस्ताव पेश किया गया था. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक सीनेट में आम चुनाव को स्थगित करने वाला ये तीसरा प्रस्ताव है, जिसमें चुनाव स्थगित करने के लिए ठंड के मौसम और सुरक्षा चिंताओं का हवाला दिया गया है.


निर्दलीय सीनेटर हिलाल-उर-रहमान की तरफ से पेश किए गए प्रस्ताव में कहा गया है कि ज्यादा ठंड के मौसम और बर्फबारी से खैबर पख्तूनख्वा में लोगों के लिए वोट डालने में मुश्किलें पैदा होंगी. इसके अलावा चुनावी प्रचार करने में भी चुनौतियां पैदा होंगी. उन्होंने प्रस्ताव का हवाला देते हुए कहा कि बढ़ती ठंड के अलावा खैबर पख्तूनख्वा में उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार के दौरान आतंकवादी हमलों के खतरों का सामना करना पड़ रहा है.


पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने खारिज किया प्रस्ताव
सीनेटर की तरफ से पेश किए गए प्रस्ताव में पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ECP) से सभी संबंधित हितधारकों के लिए चुनाव को आगे टालकर किसी दूसरे तारीख पर कराने का आग्रह किया है. प्रस्ताव में कहा गया कि इससे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करने में भी मदद मिलेगी.


इससे पहले शुक्रवार (12 जनवरी) को सीनेटर हिदायतउल्ला ने प्रस्ताव पेश करते हुए आम चुनावों में तीन महीने की देरी की मांग की थी. उन्होंने ने भी अपने प्रस्ताव में आतंकवादी हमलों का जिक्र किया था. हालांकि, निर्वाचन आयोग ने सीनेट के प्रस्ताव को खारिज कर दिया और स्पष्ट किया कि चुनाव 8 फरवरी, 2024 को होंगे.
 
पाकिस्तान में तय समय पर होंगे चुनाव
पाकिस्तान के प्रमुख राजनीतिक दलों ने निर्वाचन आयोग के फैसले को सही ठहराया. उन्होंने कहा कि इस तरह गैर-बाध्यकारी प्रस्ताव को सीनेट में लाना गलत है. इस तरह के प्रस्ताव की वजह से चुनावी प्रक्रिया को टालना असंवैधानिक होगा.


हालांकि, निर्वाचन आयोग ने चुनाव को टालने के बारे में कोई संकेत नहीं दिया है. उनके मुताबिक देश में 8 फरवरी को होने वाले मतदान से पहले सभी प्रक्रियाएं तय कार्यक्रम के अनुसार की जा रही हैं.


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