नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर जहां भारत ने दो टूक कहा है कि यह द्विपक्षीय मुद्दा है और किसी भी तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं तो वहीं पाकिस्तान इससे इतर राग अलाप रहा है. पाकिस्तान का कहना कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता संभव नहीं है. पाकिस्तान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक बार फिर पुराना राग अलापा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय वार्ता नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा है कि थर्ड पार्टी के जरिए ही भारत-पाकिस्तान के बीच सुलह का एकमात्र विकल्प है.


बता दें कि हाल में ही भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर पर लिए गए ऐतिहासिक फैसले से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. पाकिस्तान हर संभव प्रयास कर रहा है कि इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाए. हालांकि उसे अभी तक मुंह की खानी पड़ी है.





हाल में ही पाकिस्तान को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की ओर से भी पाकिस्तान को निराशा हाथ लगी. गुटेरेस ने पाक को सलाह देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर का मसला भारत-पाकिस्तान आपस में बातचीत कर सुलझाएं. बता दें कि कुछ दिन पहले विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने खुद माना था कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में उन्हें समर्थन मिलना मुश्किल है.


भारत सरकार ने हाल में ही जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल को खत्म कर दिया था. इसके साथ ही सरकार ने राज्य को लेकर पुनर्गठन बिल भी सदन में पास करवाकर जम्मू-कश्मीर को दो हिस्सों में बांट दिया. अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बन गए हैं. सरकार के इसी फैसले से पाकिस्तान को मिर्ची लगी हुई है और वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हाथ-पैर मार रहा है.


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